मदुरै। सोमवार को रामेश्वरम के पेइकारुम्बु में स्थित पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के स्मारक पर पहुंचे लोगों को स्मारक की तस्वीरें या सेल्फी लेने पर रोक लगा दी गई। सोमवार को यहां पहुंचे लोगों ने बताया कि स्मारक की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए पुलिसकर्मियों ने स्मारक के अंदर किसी भी वस्तु के साथ सेल्फी और तस्वीरे लेने पर रोक लगा दी। यह सब कुछ डॉ. कलाम की प्रतिमा के हाथ में वीणा और उसके बगल में भागवत गीता रखे होने पर राज्य की विभिन्न पार्टियों ने विरोध करने के बाद किया गया। इसी क्रम में पूर्व राष्ट्रपति के संबंधियों ने उनकी प्रतिमा के निकट भागवत गीता के साथ ही कुरान और बाइबिल भी रख दिया। उनके परिजनों ने ने इस संबंध में पत्रकारों से कहा कि डॉ. कलाम सभी धमोंर्ं का सम्मान करते थे और इसलिए उनकी प्रतिमा के पास सिर्फ एक धर्मग्रंथ रखना उचित नहीं है, इसलिए हमने वहां अन्य धर्मों के ग्रंथ भी रख दिए। हालांकि जहां डॉ. कलाम की प्रतिमा के निकट भागवत गीता के बाद अब बाइबिल और कुरान रखा गया है, वहीं दूसरी ओर तिरुक्करल (तमिल का ग्रंथ) नहीं रखा गया है और कुछ राजनीतिक पार्टियों का कहना है कि वहां तिरुक्करल भी रखा जाना चाहिए।रामनाथपुरम के जिला कलेक्टर नटराजन ने सोमवार को इस संबंध में पत्रकारों का बताया कि रक्षा शोध एवं विकास संस्थान(डीआरडीओ) इस स्मारक का रख-रखाव का कार्य कर रहा है। सोमवार को स्मारक पर तस्वीर लेने पर रोक लगाने के बारे में डीआरडीओ की ओर से कुछ भी नहीं कहा गया है। ज्ञात हो कि डॉ. कलाम के स्मारक का निर्माण रक्षा शोध एवं विकास संगठन ने किया हैै। इस का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था।
डॉ. कलाम के स्मारक पर तस्वीर और सेल्फी लेने पर लगाई रोक
डॉ. कलाम के स्मारक पर तस्वीर और सेल्फी लेने पर लगाई रोक