दिनाकरण ने केपी अनबलगन को पार्टी पद से हटाया

दिनाकरण ने केपी अनबलगन को पार्टी पद से हटाया

चेन्नई। अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) से दरकिनार कर दिए गए टीटीवी दिनाकरण ने राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री और पार्टी की धर्मपुरी जिला इकाई के सचिव केपी अनबलगन को उनके पद से हटा दिया है इसके साथ ही उन्होंने पार्टी की डिंडगल इकाई को अलग विभाजित भी कर दिया है। दिनाकरण ने अनबलगन के स्थान पर स्थानीय नेता डीके राजेन्द्रन को धर्मपुरी जिला इकाई का सचिव नियुक्त करने की घोषणा की। ज्ञातव्य है कि अनबलगन अन्नाद्रमुक के पांचवंे नेता हैंै जिन्हें दिनाकरण ने पार्टी के पद से हटाया है। दिनाकरण पलानीसामी और पन्नीरसेल्वम के एक साथ आने के बाद से ही पार्टी के प्रमुख नेताओं को उनके पार्टी पद से हटा रहे हैं।दो दिन पहले दिनाकरण ने चार मंत्रियों को उनके पार्टी पद से हटा दिया था। पार्टी में अपने प्रभाव को दिखाने के लिए उन्होंने अपने कई समर्थक विधायकों को पार्टी के प्रमुख पदों से नवाजा है। शनिवार को उन्होंने अनबलगन को पार्टी के पद से हटाने के साथ ही डिंडिगल के सचिव वी मारुदुराज को भी सचिव पद से निष्काषित कर दिया। उन्होंने घोषणा की है कि पार्टी ने डिंडिगल जिला इकाई को विभाजित कर दिया है। अब डिंडिगल जिले में डिंडिगल पूर्व और डिंडिगल पश्चिम नामक दो इकाइयां होंगी। डिंडिगल पूर्व के अधिकार क्षेत्र में चार विधानसभा क्षेत्र आएंगे और अन्य डिंडिगल पूर्व के अधिकार क्षेत्र में तीन विधानसभा क्षेत्र होंगे।दिनाकरण ने विधायक आर तंगदुरै और केपी नल्लासामी को क्रमश: डिंडिगल पूर्व और डिंडिगल पश्चिम इकाई का सचिव नियुक्त किया है। दिनाकरण ने शनिवार को पार्टी के चिकित्सा प्रकोष्ठ में भी फेरबदल किया और एस मुतैया को इसके अध्यक्ष पद से तथा सांसद पी वेणुगोपाल को इसके सचिव पद से हटा दिया। दिनाकरण ने पुदुच्चेरी मे अन्य विधायकों के साथ उनके समर्थन में कैंप कर रहे विधायक के कातिरकामू को पार्टी की चिकित्सा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बना दिया है। इसी प्रकार से पी वेणुगोपाल के स्थान पर उन्होंने परमाकुडी के विधायक मुतैया को चिकित्सा प्रकोष्ठ का सचिव नियुक्त कर दिया है। दिनाकरण ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि सभी नियुक्तियां अन्नाद्रमुक की महासचिव वीके शशिकला की अनुमति से की गई है।

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