चेन्नई। पन्नीरसेल्वम और पलानीसामी ध़डे के एक साथ आने के बाद राज्य में सियासी उठापठक और तेज हो गई है। टीटीवी दिनाकरण का समर्थन करने वाले १९ विधायकों के साथ ही राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और कांग्रेस सरकार के खिलाफ हमलावर हो चुकी है और राज्यपाल से मिलकर पलानीसामी सरकार को विश्वासमत साबित करने का निर्देश देने का अनुरोध कर चुकी है। गुुरुवार को पुदुच्चेरी के एक रिसोर्ट में पलानसामी सरकार से समर्थन वापस लेने वाले अन्य १८ विधायकों के साथ आराम फरमा रहे दिनाकरण समर्थक विधायक तंग तमिलसेल्वन ने कहा कि विपक्षी पार्टियों द्वारा सरकार से विश्वासमत साबित करने के लिए कहने का निर्णय लिया जाना न्यायपूर्ण है।उन्होंने कहा कि सभी दिनाकरण समर्थक विधायक शुक्रवार दोपहर तक इसी रिसोर्ट में रुकेंगे क्योंकि राज्यपाल सीएच विद्यासागर ने विधायकों द्वारा समर्थन वापस लेने संबंधी ज्ञापन पर जवाब सौंपने के लिए मुख्यमंत्री पलानीसामी को सात दिन का समय दिया है। तमिलसेल्वन ने कहा कि यदि पार्टी की महासभा की बैठक बुलाई जाती है तो यही इस बात का पता चल सकेगा कि किसका समर्थन अधिक है और किसका कम। सूत्रों के अनुसार दिनाकरण भी पुदुच्चेरी पहुंचकर इन विधायकों के साथ मुलाकात करेंगे। इसीक्रम में गुरुवार को इस प्रकार की अफवाह भी सामने आई कि आरंतांगी के विधायक रतिनासभापति ने भी दिनाकरण को अपना समर्थन दे दिया है। हालांकि रतिनासभापति ने इस बात से इंकार करते हुए कहा कि वह किसी के भी समर्थन में नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को स्थिर रखने के लिए आवश्यक है कि पार्टी की महासचिव वीके शशिकला और दिनाकरण को तुरंत पार्टी से निष्काषित किया जाए।रतिनासभापति ने पत्रकारों से बातचीत में यह प्रश्न उठाया कि पलानीसामी और पन्नीरसेल्वम द्वारा वीके शशिकला को पार्टी से हटाने की कोशिश क्यों की जा रही है जबकि उन्हें लोकतांत्रिक ढंग से पार्टी का महासचिव नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में मुख्यमंत्री पलानीसामी और पन्नीरसेल्वम के साथ ही कुल छह लोगों की टीम ही सारा निर्णय ले रही है और किसी भी विधायक से कोई विचार विमर्श नहीं किया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि विधायक रतिनासभापति के भाई भरनी कार्तिकेयन को दिनाकरण ने बुधवार को पुदुकोट्टाई जिले का सचिव नियुक्त किया था।समय बीतने के साथ ही ऐसा लग रहा है कि दिनाकरण ने अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की सर्जरी शुरु कर दी है जैसा कि उन्होंने विलय की घोषणा के बाद कहा था। गुरुवार को पेरुंदुरै के विधायक थोप्पु वेंकटचलम ने भी पलानीसामी के खिलाफ विरोधी रुख दिखाए। वेंकटचलम ने कहा कि मुख्यमंत्री पलानीसामी को कोई भी निर्णय लेने से पहले विधायकों के साथ सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बात कोई मायने नहीं रखता कि हम किस ध़डे का समर्थन करते हैं बल्कि हमारा दायित्व यह सुनिश्चित करना है कि सरकार चलती रहे। पलानीसामी और दिनाकरण को एक साथ आना चाहिए और बातचीत कर मतभेदों को दूर करना चाहिए।
अन्नाद्रमुक में सियासी उठापठक का दौर अभी भी जारी
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