दस विधायकों ने की दिनाकरण से मुलाकात

दस विधायकों ने की दिनाकरण से मुलाकात

चेन्नई। अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के पलानीसामी और पन्नीरसेल्वम गुट के बीच विलय की चर्चा तेज होने के बीच शनिवार को १० विधायकों ने अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम के महासचिव टीटीवी दिनाकरण से मुलाकात की। दिनाकरण से मुलाकात करने के बाद ओट्टापिदरम के विधायक सुंदरराजन ने कहा कि यह कहना शर्म की बात है कि पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत में संदेह है। उन्होंने कहा कि जो लोग यह कह रहे थे कि वह धर्म के लिए ल़डाई ल़ड रहे हैं अब सत्ता और पार्टी के पदों के लिए मोलभाव कर रहे हैं जिससे उनकी मंशा उजागर होती है।सुंदरराजन ने कहा कि वीके शशिकला को पार्टी की सामान्य सभा की बैठक में महासचिव चुना गया था और इससे कोई भी इंकार नहीं कर सकता है। अगर जयललिता की मौत की जांच होती है तो इससे शशिकला को निर्दोष साबित करने में मदद मिलेगी। पूर्व मंत्री पी पलनियप्पन ने कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के पदचिन्हों का अनुसरण कर रहे हैं और जो लोग अपना रास्ता भटक गए हैं वह हमारे साथ शामिल हो सकते हैं।अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के प्रवक्ता नानजिल संपत ने पत्रकारों से कहा कि विलय का यह मुद्दा लोगों का ध्यान अन्य संवेदनशील मुद्दों से भटकाने के लिए उठाया जा रहा है। अब पन्नीरसेल्वम और पलानीसामी दोनों ही विलय के लिए काफी तेजी से कदम बढा रहे हैं क्योंकि दिनाकरण ने मेलूर की जनसभा में अपने जनसमर्थन की झलक दिखा दी थी। इस प्रकार की मजबूती आरके नगर और थेनी में होने वाली बैठक में भी दिखाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी लोग पार्टी में एक साथ मिलकर काम करें। संपत ने कहा कि भले ही कुछ लोगांें द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि दिनाकरण को पार्टी से दरकिनार कर दिया गया है लेकिन दिनाकरण को कोई भी पार्टी से दरकिनार नहीं कर सकता क्योंकि वह पार्टी की महासचिच वीके शशिकला द्वारा नियुक्त किए गए हंै। उन्हें केवल शशिकला ही पार्टी से बाहर कर सकती हैं।

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