येड्डीयुरप्पा पर एफआईआर राजनीतिक प्रतिशोध नहीं

येड्डीयुरप्पा पर एफआईआर राजनीतिक प्रतिशोध नहीं

विजयापुरा। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने शुक्रवार को सफाई देते हुए कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीएस येड्डीयुरप्पा पर एसीबी द्वारा दर्ज एफआईआर राजनीतिक प्रतिशोध नहीं है और इसमें किसी प्रकार से कांग्रेस सरकार शामिल नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा जरुर राजनीतिक प्रतिशोध करती है और इसका प्रत्यक्ष उदाहरण राज्य के मंत्रियों के यहां हालिया समय में हुई आयकर छापेमारियां हैं। कृष्णा नदी स्थित अलमाट्टी जलाशय के लबालब होने पर परंपरा अनुसार बगिना चढाने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए सिद्दरामैया ने कहा कि उनकी सरकार प्रतिशोध, जाति और क्षेत्र की राजनीति में विश्वास नहीं करती है और पूरे राज्य के समग्र और समान विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्हांेने कहा कि भ्रष्टाचार निरोधी ब्यूरो (एसीबी) ने भूमि डिनोटिफिकेशन मामले में येड्डीयुरप्पा के खिलाफ मामला दर्ज किया है और यह राजनीतिक प्रतिशोध नहीं है लेकिन कांग्रेस नेताओं के यहां श्रृंखलाबद्ध आयकर छापेमारियां जरुर राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित रही हैं। उन्होंने कहा कि हम अचंभित हैं कि क्यों किसी भाजपा नेता के यहां आयकर छापेमारी नहीं हुई। उन्होंन तंज कसते हुए कहा, क्या सभी भाजपा नेता बीपीएल कार्ड होल्डर हैं? उन्होंने कहा कि अगर मुझ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं और साबित होते हों तो मैं न सिर्फ तुरंत इस्तीफा दे दूंगा बल्कि मैं सार्वजनिक जीवन से रिटायर हो जाऊंगा। सिद्दरामैया ने भरोसा जताया कि वर्ष-२०१८ के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत होगी। उन्होंने कहा, वे (भाजपा) जो चाहे जो कर लें, कर्नाटक की जनता को कांग्रेस पर भरोसा है और निःसंदेह हम आगामी विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत के साथ जीतेंगे। उन्होंने कहा कि हम विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि कांग्रेस दोबारा सत्ता में लौटेगी। इसका कारण जनहित में हमारी सरकार द्वारा शुरु की गई योजनाएं और कार्यक्रम हैं जिनसे राज्य के सभी तबके के लोग लाभान्वित हो रहे हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के सवाल पर सिद्दरामैया ने कहा कि इस मुद्दे पर उन्होंने पार्टी हाईकमान से बात की है और जल्द ही तीन नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी।

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