चेन्नई। शुक्रवार को अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के तीनों खेमों में गतिविधियां तेज रहीं। अन्नाद्रमुक के उप महासचिव टीटीवी दिनाकरण ने शुक्रवार को बेंगलूरु की परपन्ना अग्रहारा जेल में बंद पार्टी की महासचिव शशिकला से मुलाकात की और उन्हें उनके ६३वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। सूत्रों के अनुसार दिनाकरण ने अपनी इस मुलाकात में राज्य में तेजी से बदल रहे घटनाक्रम पर शशिकला से विचार विमर्श किया और इस बात के लिए रणनीति तैयार की कि पन्नीरसेल्वम और पलानीसामी से किस प्रकार निपटा जाए। ऐसा भी हो सकता है कि अगले कुछ दिनों में दिनाकरण द्वारा कुछ नई घोषणाएं की जाएं।
पलानीसामी द्वारा जयललिता की मौत की जांच के लिए न्यायिक आदेश देने की घोषणा करने के एक दिन बाद सत्तारुढ अन्नाद्रमुक में तेजी से घटनाक्रम बदल रहे हैं। पलानीसामी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के आवास वेद निलयम को स्मारक बनाने की घोषणा करने के बाद कुछ नेता इसके समर्थन में हैं तो कुछ नेता कह रहे हैं कि ऐसा करने में सरकार को कानूनी अ़डचनों का सामना करना प़डेगा। इसी क्रम में राज्य सरकार ने शुक्रवार को वेद निलयम के निकट काफी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया है। सूत्रों के अनुसार वेद निलयम में किसी भी प्रकार की घुसपैठ को रोकने के लिए १२० पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।घ्ह्रद्धर्फ्ह्र च्चय्ैंट्टह्र झ्रु्यध्फ्·र्ैंद्बर्श्च ·र्ैंद्य द्यब्ष्ठ ्यद्मख्द्यय्द्मर्गुरुवार की शाम तक जयललिता के आवास वेद निलयम की सुरक्षा की जिम्मेदारी निजी सेक्युरिटी गार्डों के कंधे पर थी लेकिन शुक्रवार को संयुक्त पुलिस आयुक्त अंबु और पुलिस आयुक्त की अगुवाई में पुलिस टीम को तैनात करने के बाद निजी सेक्युरिटी गार्डों को यहां से हटा दिया गया है। चौबीसों घंटे पुलिसकर्मी तीन शिफ्टों में इस आवास के सामने ड्यूटी दे रहे हैं। एहतियाती कदम उठाते हुए पुलिस ने इस भवन में किसी भी आगंतुक के आने पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया है। सूत्रों के अनुसार आवास के अंदर रखे किसी भी दस्तावेज को चुराया या क्षतिग्रस्त नहीं किया जा सके इस उद्देश्य से इस आवास की सुरक्षा क़डी कर दी गई है।प्रय्यप्रय्·र्ैंध्य् ृय्स्द्य ्यख्रद्मय्·र्ैंद्यह्लय् फ्द्बत्र्श्च·र्ैंह्र ·र्ैंह् ्य·र्ैंद्भय् ख्द्भय् द्धय्ब्द्य शशिकला और दिनाकरण के समर्थकों को भी इस आवास से बाहर कर दिया गया। निजी सेक्युरिटी गार्ड के साथ शशिकला और दिनाकरण के कुछ समर्थक भी पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर थे और मौजूदा समय में उन सभी को बाहर कर दिया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि पलानीसामी सरकार की ओर से यह कदम पन्नीरसेल्वम ध़डे के साथ विलय की संभावनाओं को मजबूती देने के उद्देश्य से किया गया है। ज्ञातव्य है कि इसी वर्ष द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने वेद निलयम की सुरक्षा में पुलिकर्मियों को तैनात किए जाने पर प्रश्न उठाया था और कहा था कि जहां एक ओर शहर में पुलिसकर्मियों की कमी महसूस हो रही है वहीं सरकार वेद निलयम की सुरक्षा में पुलिसकर्मियों को तैनात कर पुलिस बल की बर्बादी कर रही है जिसके बाद एक निजी सेक्युरिटी एजेंसी को बंगले की सुरक्षा के लिए रखा गया था।