रनवे के विस्तार के लिए जमीन की कमी का हो रहा अहसास

रनवे के विस्तार के लिए जमीन की कमी का हो रहा अहसास

चेन्नई। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) चेन्नई हवाईअड्डे पर विमानों की परिचालन व्यवस्था को सुधारने के लिए रनवे का विस्तार करने की तैयारियों में जुटा था लेकिन ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि एएआई को रनवे का विस्तार करने के लिए जमीन की कमी महसूस हो रही है। राज्य सरकार ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को कहा है कि वह हवाईअड्डे की सुविधाओं में सुधार के लिए आवश्यक जमीन के बारे में पुनर्विचार करे। एएआई ने हाल ही में सरकार को इस कार्य के लिए २०० एक़ड जमीन मांगी थी। प्राधिकरण को दूसरे रनवेे के विस्तारित क्षेत्र पर लाइटें लगाने, एक हंगर बनाने और नए टैक्सीवे बनाने के लिए इतनी जमीन की आवश्यकता है।एएआई के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार सरकार ने प्राधिकरण को इसके द्वारा मांगी गई जमीन की मात्रा पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है ताकि सरकार को जमीन अधिग्रहित करने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। इसके बाद प्राधिकरण ने इस कार्य को कम से कम जमीन में पूरा करने का निर्णय लिया है। प्राधिकरण के विशेषज्ञों द्वारा नए सिरे से इस बात पर विचार विमर्श किया जा रहा है कि दूसरे रनवे के विस्तारित छोर पर कम से कम जमीन में किस प्रकार सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकती हैं जिससे विमानों के परिचालन में सुधार आ सके।ज्ञातव्य है कि सरकार की ओर से एएआई से जमीन की मात्रा घटाने का अनुरोध इसलिए किया गया था कि स्थानीय नागरिकों ने इस कार्य के लिए सरकार को जमीन देने का विरोध किया था। इससे पूर्व स्थानीय नागरिकों ने हवाईअड्डे के दूसरे निर्माण के दौरान भी जमीन देने के समय विरोध किया था। चेन्नई हवाई अड्डे के अधिकारियों के अनुसार मौजूदा समय में चेन्नई हवाईअड्डे के दूसरे रनवे का उपयोग रात में नहीं किया जा रहा है क्योंकि एएआई को मणपक्कत की ओर सुरक्षा बफर क्षेत्र विकसित करने और विमानों को उतरने में मदद करने वाली लाइटों को लगाने के लिए आवश्यक जमीन उपलब्ध नहीं हो पा रही है। हाल ही में उड्डयन सचिव के नेतृत्व में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के परिवहन मंत्री और मुख्य सचिव से उ़डान योजना पर आपसी समझौते के लिए हस्ताक्षर करने हेतु मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान ही एएआई की ओर से रनवे का विस्तार करने के लिए २०० एक़ड जमीन उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया गया था। ज्ञातव्य है कि उ़डान केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत क्षेत्रीय वायु सेवाओं को सशक्त बनाने और वायु सेवाओं को आम लोगों की पहुंच में लाने की कोशिश की जा रही है।गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान एएआई ने चेन्नई हवाईअड्डे पर वायु सेवाओं में सुधार लाने के लिए कई कदम उठाए हैं। पहले एएआई ने मौजूदा रनवे के समानांतर एक अन्य रनवे बनाने का निर्णय लिया था हालांकि बाद में इस योजना को टाल दिया गया था इस योजना को टालने के बाद दूसरा रनवे बनाने का निर्णय लिया था।यह रनवे प्राथमिक और समानांतर रनवे को जो़डने के उद्देश्य से बनाया गया है। हालांकि मेट्रो रेलवे लाइन बिछाने के लिए दूसरे रनवे को तैयार करने के लिए पूर्व में प्रस्तावित जमीन की मात्रा घटा दी गई थी।

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