चेन्नई। राज्यपाल सीएच विद्यासागर राव से बुधवार को राज्य की विपक्षी पार्टियों को करारा झटका मिला। सत्तारुढ अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम का टीटीवी दिनाकरण ध़डा और अन्य विपक्षी पार्टियां पिछले कुछ दिनों से राज्यपाल से मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी को विश्वासमत साबित करने का निर्देश देने का अनुरोध करने के लिए राजभवन का चक्कर काट रही थीं लेकिन बुधवार को राज्यपाल ने उन्हें करारा झटका दिया और मुख्यमंत्री को विधानसभा मंे विश्वासमत साबित करने का निर्देश देने से मना कर दिया। बुधवार को राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात करने गए राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने राजभवन से बाहर निकलने के बाद इस बात की जानकारी दी।बुधवार को विदुतलै चिरुतैगल कच्चि (वीसीके) के महासचिव थोल थिरुमावलावन, मार्क्सवादी कॉम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई एम) के राज्य सचिव जी रामकृष्णन और मानितानेया मक्कल कच्चि के नेता एमएच जवाहिरुल्ला ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की। उनसे मुलाकात करने के बाद लौटे इन नेताओं ने पत्रकारों को बताया कि राज्यपाल ने उनसे कहा कि जब तक मुख्यमंत्री पलानीस्वामी से समर्थन लेने के संबंध में पत्र सौंपने वाले १९ विधायक अन्नाद्रमुक नहीं छो़डते हैं तब तक उनके द्वारा मुख्यमंत्री को विश्वासमत साबित करने के लिए नहीं कहा जाएगा। राज्यपाल ने विपक्षी पार्टियों के नेताओं से कहा कि जब तक इन १९ विधायकों द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है तब तक कानूनी तौर पर मुख्यमंत्री को विधानसभा में विश्वासमत साबित करने के लिए कहना संभव नहीं है।
राज्यपाल ने विश्वासमत साबित करने का आदेश देने से किया इंकार
राज्यपाल ने विश्वासमत साबित करने का आदेश देने से किया इंकार