मैसूरु दशहरा का आगाज आज

मैसूरु दशहरा का आगाज आज

मैसूरु। बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने के पर्व दशहरा महोत्सव का गुरुवार को आगाज होगा जो ऐतिहासिक मैसूरु दशहरा में इस साल ब़डे पैमाने पर देश और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगा। विभिन्न रंगों और संस्कृतियों सहित आधुनिकता और परम्परा को दर्शाने वाले दशहरा महोत्सव के दस दिनों के दौरान इस त्यौहार को मैसूरु के लिए ’’जीवित विरासत’’ माना जाता है जो कि अपनी पारंपरिकता के साथ धार्मिक पहलुओं से समझौता किए बिना आधुनिक काल की जरूरतों के लिए अनुकूल है। दशहरा महोत्सव के लिए सरकारी मशीनरी पूरी तरह से तैयार है ताकि उत्सव को बिना विघ्न आयोजित किया जाए। विश्व प्रसिद्ध मैसूर पैलेस में आयोजित रॉयल समारोहों के अलावा दस दिनों की गतिविधियों में आमजन आकर्षण का केंद्र होंगे जिसमें किसान, महिलायें, बच्चे और पारम्परिक गतिविधियों के अलावा खेल जगत की हस्तियां भी शामिल होंगी। इस साल किसानों, महिलाओं और बच्चों को भी इसमें शामिल किया गया है जिन्हें अभी तक ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता था। तालुक मुख्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित विभिन्न कार्यक्रमों के साथ हर दिन हर जिले में ग्रामीण दशहरा का आयोजन किया जाएगा। प्रसिद्ध लेखक नाडोजा के एस निसार अहमद चामुण्डी पहा़डी पर प्रमुख देवी चामुंडेश्वरी की विशेष पूजा कर गुरुवार को मैसूरु दहशरा का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सिद्दरामैया और अन्य मंत्री भी शामिल होंगे। दशहरा महोत्सव का विशेष आकर्षण ३० सितंबर को इसका जुलूस होगा जिसको मैसूरू पैलेस से मुख्यमंत्री सिद्दरामैया झंडी दिखाकर रवाना करेंगे जबकि राज्यपाल वजूभाई वाला परेड को सलामी देकर महोत्सव का समापन करेंगे। आगामी दस दिनों में लगभग चार लाख आगंतुकों के महलों के इस शहर में आने की उम्मीद है।श्रीकांतदत्ता वाडियार के निधन के बाद पिछले साल से शाही स्पर्श महल के अंदर धार्मिक अनुष्ठान एक बार फिर से परंपरा अनुरूप जीवंत हुए थे जिसमें वाडेयार राजवंश के नए वंशज यदुवीर कृष्णदत्ता चामराजा वाडेयार ने दशहरा संबंधित अनुष्ठानों और विधानों को पूर्ण किया था। इस वर्ष भी यदुवीर दस दिन के त्यौहार के दौरान हर दिन सिंहासन पर बैठेंगे और शाही परिवार के सदस्यों और विशेष आमंत्रित लोगों की उपस्थिति में निजी दरबार लगाएंगे। महल परिसर के अंदर अनमोल सुनहरा सिंहासन, कई बहुमूल्य पत्थर, सोने के अलंकरण, हाथी दांत और चांदी की मूर्तियों से सजा हुआ निजी दरबार पर हर नजर का मुख्य आकर्षण होगा जो हर वर्ष दशहरा के दौरान मैसूरु राजपरिवार द्वारा परंपरा अनुरूप लगाया जाता है।मैसूरु दशहरा महोत्सव आरंभ होने की पूर्व संध्या पर बुधवार को रोशनी से झिलमिल ऐतिहासिक मैसूरु महल।महोत्सव के दौरान पौराणिक संदर्भ और ऐतिहासिक परंपरागत प्रथाओं वाले दशहरा महोत्सव में प्रतिवर्ष नए आयामों को शामिल किया जाता है। पिछले पांच साल से इसमें विभिन्न प्रमुख प्रायोजकों के साथ ही निजी भागीदार भी शामिल हैं। मैसूर जिला प्रभारी मंत्री डॉ एच सी महादेवप्पा ने बताया कि १००० से अधिक कलाकार शहर के विभिन्न स्थानों में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दर्शकों को उत्साहित करेंगे। हिंदुस्तानी और कर्नाटक दोनों के प्रमुख संगीतकार और नर्तक महल में आयोजित होने वाले मुख्य सांस्कृतिक केंद्र में प्रदर्शन करेंगे। १००० पुलिसकर्मियों वाला विशेष पुलिस बैंड २५ सितंबर को रोशनी से झिलमिल महल के सामने कन्ऩड और अंग्रेजी भाषा में अपनी विशेष प्रस्तुतियां देंगे। कर्नाटक राज्य स़डक परिहवन निगम (केएसआरटीसी) ने मैसूर के आसपास के पर्यटन स्थलों के लिए पीक समय के दौरान सर्किट पर्यटन शुरू किया है जिसमें ’’गर्ल डैशिंग’’, जलादर्शनी और नगरदर्शन और देव दर्शन की यात्रा मुख्य हैं। ज्ैंद्धह् फ्प्य्द्यर्‍ द्बष्ठ्र डप्ह्लय्श्च ब्ह्रख्रय् यष्ठ·र्ैंद्य घ्यष्ठख्य् ृज्रुश्चद्म’’जंबो सवारी’’ में खास आकर्षण होगा अर्जुन हाथी जो अपनी पीठ पर ७५० किलो के स्वर्ण हौदे को लेकर जुलूस का नेतृत्व करेगा। स्वर्ण हौदे में देवी चामुंडेश्वरी की प्रतिमा के दर्शन होंगे और फिर होगी मशाल परेड होगा। आमतौर पर मैसूर शासकों द्वारा विजयदशमी के दिन इसका इस्तेमाल किया जाता है। स्थानीय जिला प्रशासन इस दौरान एक राज्यस्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता का भी आयोजन करेगा जिसमें राष्ट्रीय स्तर की महिला पहलवानों सहित ७५० से अधिक पहलवान शामिल होंगे। चामुंडी विहार में ४५०० से अधिक खेलकूद हस्तियों की भागीदारी के साथ तीन दिवसीय राज्य स्तर के दशहरा स्पोर्ट्स का आयोजन होगा। पुलिस ने त्योहार के मद्देऩजर से विस्तृत सुरक्षा की है और ५००० पुलिसकर्मियों का प़डोसी जिलों और राज्यों से मंगाकर तैनात किया गया है।

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