बारिश से कई सड़कें जलमग्न, झीलें लबालब

बारिश से कई सड़कें जलमग्न, झीलें लबालब

बेंगलूरु। शनिवार रात बेंगलूरु में हुई भारी बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। रविवार सुबह कई इलाकों में बरसात की भयावहता से लोगों को घंटों परेशानी झेलनी प़डी। मैसूरु रोड पर केंगेरी के पास स़डक नदी के रूप में आ गई क्योंकि एक फीट से ज्यादा पानी स़डक पर बहने लगा। शनिवार रात की बारिश के दौरान मुख्य रूप से शहर के बाहरी इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए और इस दौरान रविवार त़डके प्रमुख साफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के एक कैम्पस की चारदीवारी भी गिर गई। मौसम विभाग के अनुसार १२ घंटों के दौरान शहर में करीब ७० मिमी बारिश हुई। हालांकि बारिश के दौरान एक बार फिर निचले इलाकों में कई घरों में पानी घुस गया। वहीं शहर में दर्जनों पे़ड और बिजली के खंभे गिर जाने के कारण कई स़डकों पर यातायात बाधित रहा जबकि इससे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। बीबीएमपी के अनुसार शनिवार मध्य रात्रि से शुरु हुई बारिश रविवार त़डके तक होती रही और इस दौरान होसूर रोड पर बोम्मसन्द्रा और अनेकल में तथा मैसूरु रोड पर केंगेरी और नायंडनहल्ली में स़डकों पर बाढ जैसी स्थिति हो गई। दोनों प्रमुख स़डकों पर बारिश का पानी करीब घुटने भर तक बहने के कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। वहीं इलेक्ट्रॉनिक सिटी में इंफोसिस के गेट नं. ६ के पास चारदीवारी गिर गई लेकिन इससे न तो कोई घायल हुआ और ना ही परिसर के अंदर बारिश का पानी प्रवेश किया। केंगेरी मंे सर्वाधिक १६७ मिमी बारिश हुई है जिस कारण न सिर्फ मैसूरु रोड नदी के रूप में परिवर्तित हो गई बल्कि कई घरों में बारिश का पानी घुस गया। मैसूरु रोड पर आरवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के पास राज्य परिवहन की एक बस पानी में फंस गई जिस कारण बस में सवार करीब ३६ यात्रियों को अग्नि एवं आपातकालीन सेवा के कर्मियों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया। हालांकि इसी दौरान एक मिनी टैम्पो बारिश के पानी में बह गया। इसके अतिरिक्त मैसूरु रोड पर नम्मा मेट्रो के निर्माण के लिए की गई खुदाई वाला क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो गया। इस बीच शहर की गई झीलों का पानी ओवर-फ्लो होकर आसपास की स़डकों और रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर दिया। नेलमंगला, येतगनहल्ली, बिन्नमंगला और दसनपुरा झीलों का पानी अतिप्रवाह के साथ आसपास के इलाकों को जलमग्न किए हुए है। यहां तक कि झीलों के पानी में बहकर ब़डी संख्या मंे मछलियां आसपास की स़डकों पर आ गईं जिन्हें लोग पक़डते दिखे। अनुग्रहा लेआउट, विश्वेशवरैया लेआउट और एचएसआर लेआउट में सेक्टर ३, ६ और ७ में कई स़डकें पूरी तरह से जलमग्न हो गईं। वहीं कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केन्द्र के अनुसार शहर में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। बीबीएमपी ने बारिश से हो रही परेशानियों को दूर करने के लिए स़डकों पर गिरे पे़डों और बिजली के खंभों को हटाने के लिए २१ विशेष टीमों का गठन किया है। बीबीएमपी अधिकारियों के अनुसार निचले इलाकों में ज्यादा परेशानी देखी जा रही है क्योंकि कई घरों में वर्षा का पानी प्रवेश कर रहा है। वहीं झीलों का जलस्तर अपनी अधिकतम क्षमता को छू लेने के कारण झीलों का पानी अब बाहर आने लगा है। ऐसे में अगर किसी झील का किनारा क्षतिग्रस्त होता है तो भारी परेशानी हो सकती है।

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