बंेगलूरु। राज्य के गृह मंत्री बी. रामलिंगा रेड्डी ने विश्वास व्यक्त किया कि विशेष जांच दल (एसआईटी) पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की क्रूर हत्या के मामले को जल्द ही हल करेगी जिन्हें ५ सितंबर को अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मार दी थी। यहां संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि एसआईटी ने पुलिस महानिरीक्षक बी के सिंह और मुख्य जांच अधिकारी डीसीपी अनुचेत की अगुवाई में गुरूवार को बैठक की और पुलिस की तीन टीमों से जानकारी एकत्र की, जिन्होंने मामले की जांच शुरू की थी। हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि मामले को हल करने की दिशा में कुछ सुराग प्राप्त किए गए हैं। गृह मंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे कर्नाटक पुलिस में विश्वास करें क्योंकि उसके पास राज्य में हत्या के ९९ प्रतिशत मामले सुलझाने का रिकॉर्ड है। हालांकि, सामाजिक विचारक एम एम कलबुर्गी से जु़डे हत्या के मामले को सुलझाने में देरी हुई है लेकिन उस मामले की जांच अंतिम चरण में है। रेड्डी ने कहा कि पुलिस को लंकेश के निवास स्थान से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज का अध्ययन करने के बाद कुछ सुराग मिले हैं और कुछ प्रत्यक्षदर्शियों और प़डोसियों से पूछताछ भी की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गौरी की हत्या में शामिल लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए एसआईटी को कोई समय सीमा नहीं दी है।र्ीं्रु्रु फ्र्फ्र्ट्टर्प्र् ·र्स्ैंद्बद्यह्र ·र्ष्ठैंड्डर्रुैंट्टष्ठज् ·र्ैंर् ज्य्ैंघ्इस बीच, बी के सिंह, अनुचेत और अन्य एसआईटी अधिकारियों ने बैठक में तीन टीमों से संबंधित पुलिस अधिकारियों से बात की जिन्होंने पहले ही इसकी जांच शुरू की है। सूत्रों ने बताया कि पुलिस गौरी के घर में सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्डिंग की जांच कर रही है। साथ ही पत्रकार के घर इसी तरह के उपकरण और आसपास के अन्य १०० सीसीटीवी कैमरों की भी जांच कर रही है। पुलिस ने गौरी के सेलफोन के मिस्ड कॉल समेत सभी कॉल विवरण को भी खंगाल रही है। बैठक में एसआईटी के अन्य सदस्यों में सीसीबी के डीसीपी जिनेन्द्र कंगावी, मैसूर पुलिस अकादमी के निदेशक हरीश पांडे, डीवाईएसपी रवि कुमार, सक्री, जगन्नाथ राय, नागराज और अन्य शामिल थे। एसआईटी में छह आईपीएस स्तर के अधिकारियों सहित १९ जांच अधिकारी शामिल हैं।
एसआईटी जल्द ही मामले को हल करेगी : रेड्डी
एसआईटी जल्द ही मामले को हल करेगी : रेड्डी