आडवाणी ने पश्चिमी संस्कृति से मुक्ति पर दिया बल

आडवाणी ने पश्चिमी संस्कृति से मुक्ति पर दिया बल

चेन्नई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने यहां मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वास्तविक आजादी का मतलब पश्चिमी संस्कृति से मुक्ति होगी। उन्होंने कहा कि आज भले ही हम आजाद हैं लेकिन हमे सही मायने में आजादी तब मिलेगी जब हमें पश्चिमी शिक्षा, संस्कृति और जीवित प्रणाली के प्रभुत्व से मुक्त होंगे। उन्होंने कहा कि आज हमारे अंदर पश्चिमी शिक्षा, पश्चिमी संस्कृति और पश्चिम जीवन शैली पनपी है। यहां उपनगरीय इलाके तांबरम में जयगोपाल गारोडिया नेशनल हायर सेकेंडरी स्कूल के प्लेटिनम जयंती समारोह के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को सच्चे सेवकों का निर्माण करना चाहिए जो देश की अखंडता को सुनिश्चित करने के लिए जीने मरने के लिए तैयार रहें। ज्ञातव्य है कि लालकृष्ण आडवाणी ने वर्ष १९७९ में सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रुप में अपने कार्यकाल के दौरान इस स्कूल के परिसर में निर्मित पहली इमारत की नींव रखी थी। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि विद्यार्थियों में अच्छी शिक्षा के साथ ही विनम्रता भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विनम्रता व्यक्तित्व का आभूषण है। यदि आप ऐसे व्यक्ति बन गए हैं जिनके पास कई डिग्रियां हैं, तो आपको कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अहंकार मनुष्य को पतन की ओर ले जाता है इसलिए यह आवश्यक है कि बच्चों को शिक्षकों द्वारा अच्छी शिक्षा देने के साथ ही उनमें अच्छे नैतिक मूल्यों का विकास भी करना चाहिए। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान विद्यालय प्रबंधन द्वारा बच्चों को दी जा रही शिक्षा और राष्ट्र निर्माण में दिए जा रहे योगदान की सराहना की। इससे पूर्व उन्होंने स्कूल के दो प्रमुख शिक्षकों को भी सम्मानित किया। इस मौके पर राज्य सभा के सांसद एल गणेशन (भाजपा) और सत्तारुढ अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम के सांसद वी मैत्रैयन और द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के विधायक एस आर राजा सहित कई अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे। विद्यालय प्रबंधन की ओर से लालकृष्ण आडवाणी सहित इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का सम्मान किया गया।

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