दिनाकरण समर्थक सांसद वसंती मुरुगेशन ने बदला पाला

दिनाकरण समर्थक सांसद वसंती मुरुगेशन ने बदला पाला

चेन्नई। अन्नाद्रमुक से निष्काषित नेता टीटीवी दिनाकरण के लिए शुक्रवार का दिन अच्छा नहीं रहा। एक ओर जहां उनकी समर्थक और तेनकासी से सांसद वसंती मुरुगेशन अपना पाला बदलकर मुख्यमंत्री पलानीसामी के खेमे में शामिल हो गई वहीं दूसरी ओर उन्हें पार्टी से दूर करने के लिए अन्नाद्रमुक के सत्तारुढ दल के नेताआंें ने चुनाव आयोग को एक पत्र सौंप दिया। शुक्रवार को राज्य के कानून एवं कारागार मंत्री सीवी षन्मुगम, मत्स्य मंत्री डी जयकुमार, राजस्व मंत्री आर बी उदय कुमार, विधायक केपी मुनुस्वामी और सांसद मैत्रेयन ने चुनाव आयोग को पार्टी द्वारा पारित विभिन्न प्रस्तावों की जानकारी देने वाला पत्र सौंप दिया। इस पत्र में सत्तारुढ खेमे द्वारा आयोग को गत १२ सितम्बर को पार्टी की महापरिषद और कार्यकारिणी समिति की बैठक में दिनाकरण और शशिकला को पार्टी से बर्खास्त करने के संबंध में पारित हुए प्रस्ताव की भी जानकारी दी गई है।ृय्द्भह्ख् ·र्ैंह् ख्रर्‍ ख्ंश्च ृस्त्रय्य्त्त्श्नद्बरु·र्ैं ·र्ष्ठैं फ्ैंप्रय्ह्यथ्त्र ्यद्मद्भद्बह्र ·र्ैंर्‍ ज्य्द्म·र्ैंय्द्यर्‍प्रस्तावों को प्रस्तुत करने के बाद मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए मुनुस्वामी ने कहा कि उनके द्वारा चुनाव आयोग को अन्नाद्रमुक के दो गुटों के एकीकरण से संबंधित दस्तावेज और पार्टी के चुनाव चिन्ह दो पत्तियों के निशान को प्राप्त करने के लिए आवश्यक कानूनी दस्तावेज सौंपे गए। इसके साथ ही पार्टी के संचालन से संंबधित अधिकार महासचिव के बदले पार्टी की समन्वय समिति को सौंपने के लिए संशोधित नियमों की जानकारी भी चुनाव आयोग को सौंप दी गई है। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव आयोग को पार्टी के नए संशोधित नियमों के बारे में और अधिक स्पष्टीकरण की आवश्यकता होगी तो उन्हें और भी दस्तावेज दिए जाएंगे।प्ैंफ्त्रर्‍ द्बरुर्ङैंख्ष्ठप्रय्द्म द्मष्ठ झ्ध्य्द्मर्‍डप्य्द्बर्‍ ·र्ष्ठैं फ्द्बत्र्श्चद्म ·र्ैंर्‍ च्चय्ह्प्तह्लय्य् ·र्ैंर्‍ इससे पूर्व शुक्रवार को दिनाकरण की समर्थक रही वसंती मुरुगेसन ने मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी से उनके ग्रीनवेज रोड स्थित आवास पर मुलाकात की और उनका समर्थन करने की सहमति दी। मुख्यमंत्री से मुलाकात करके बाहर निकलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में वसंती मुरुगेशन ने कहा कि पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में बनी रहेगी और पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता द्वारा दिए जा रहे शासन के अनुरुप राज्य में कार्य करती रहेगी। उन्होंने कहा कि किसी ने भी मुझको अपना पाला बदलने के लिए बाध्य नहीं किया और जल्द ही दिनाकरण खेमे में शामिल अन्य विधायक भी मुख्यमंत्री पलानीस्वामी के समर्थन में आएंगे। उन्होंने कहा कि दिनाकरण द्वारा विधायकों को जबरन कैद करके रखा जा रहा है।ू ृ€ट्टरूद्धद्य फ्ष्ठ घ्रुद्मय्प् ्यघ़्ब् झ्द्य फ्रुद्मप्य्ंश्च प्रय्रुर्ङैं ·र्ैंद्यष्ठख्य् ृय्द्भह्ख्ज्ञातव्य है कि चुनाव आयोग द्वारा आगामी ५ अक्टूबर से अन्नाद्रमुक के पुराने चुनाव चिन्ह ‘दो पत्तियों’’ के निशान के आवंटन के संबंध में पार्टी के ध़डों के बीच चल रहे विवाद की सुनवाई शुरु करेगा। आयोग ने इस मामले से जु़डे सभी पक्षों को ५ दिसंबर २०१६ को सामान्य परिषद के सदस्यों और केंद्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्यों की सूची प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। चुनाव आयोग ने अपने नोटिस में कहा था कि यदि विवाद में शामिल पार्टियां कोई भी नई शिकायत करना चाहती हैं तो वह २९ सितम्बर तक ऐसा कर सकती हैं। ्यझ्च्णध्ष्ठ प्प्तश्च ज्Žत्र ्य·र्ैंद्भय् ख्द्भय् त्र्य् ृस्त्रय्य्त्त्श्नद्बरु·र्ैं ·र्ैंय् घ्रुद्मय्प् ्यघ़्ब्उल्लेखनीय है कि हाल ही में मद्रास उच्च न्यायालय ने राज्य निर्वाचन आयोग को राज्य के स्थानीय निकाय चुनाव के बारे में ३१ अक्टूबर तक निर्णय लेने और नवम्बर महीने से पहले राज्य के स्थानीय निकाय चुनाव कराने का निर्देश दिया था। इस आदेश के आने के बाद निर्वाचन आयोग की ओर से सत्तारुढ दल के खेमों को यह जानकारी दी गई थी कि आयोग द्वारा ५ अक्टूबर से अन्नाद्रमुक के पुराने चुनाव चिन्ह ‘दो पत्तियों’’ के निशान से संबंधित मामले की सुनवाई की जाएगी।

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