बेंगलूरु। भारत का आईटी शहर बेंगलूरु पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश से तरबतर है। यहां तक कि इस वर्ष १४ अगस्त से अब तक बेंगलूरु में बारिश ने सारे पुराने रिकॉर्ड तो़ड दिए हैं। रिकॉर्ड बारिश से जलसंकट से जूझ रहे बेंगलूरु को ब़डी राहत मिली है लेकिन दूसरी तरफ बारिश ने न सिर्फ शहर की सूरत बिगा़ड दी है बल्कि इस वर्ष मई से अब तक वर्षा जनित हादसों में कम से कम १५ लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले दो महीने बेंगलूरु के इतिहास में सर्वाधिक बारिश वाले महीने रहे। मानसून में अब तक शहर में १७०३.५ मिमी बारिश हुई है जो पिछले एक दशक में सर्वाधिक है। बारिश ने न सिर्फ बेंगलूरु को ब़डी राहत दी है बल्कि कर्नाटक के अन्य जिलों में भी इस वर्ष पिछले वषार्ें की तुलना में कहीं ज्यादा बारिश हुई है। पिछले २४ घंटों के दौरान ही कारवार में ४४ मिमी, होन्नावर में ३७ मिमी, गदग में २९ मिमी, चित्रदुर्गा में २९ मिमी, मडिकेरी मंे १७ मिमी, मेंगलूरु में १५ मिमी, हासन में १० मिमी और मंड्या में ८ मिमी बारिश हुई। हालांकि इन जिलों की तुलना में बेंगलूरु मंे ४१ मिमी बारिश हुई। कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन केंद्र (केएसडीएमडीसी) के मुताबिक, बंगाल की खा़डी से एक चक्रवात के आंध्र प्रदेश और ओडिशा के पूर्वी तट पर १८ या १९ अक्टूबर तक पहुंचने की उम्मीद है। यह चक्रवात बेंगलूरु और आसपास के क्षेत्रों में व्याप्त नमी को अपनी ओर अवशोषित कर सकता है। अगर ऐसा हुआ तो दीपावली के बाद शहर में अच्छी धूप देखने को मिल सकती है लेकिन दीपावली पर बारिश का साया मौजूद रहेगा।
मानसून में 1703 मिमी बारिश ने बनाया रिकॉर्ड
मानसून में 1703 मिमी बारिश ने बनाया रिकॉर्ड