डेंगू नियंत्रण के लिए प्रदेश ने केन्द्र से मांगे 256 करोड़

डेंगू नियंत्रण के लिए प्रदेश ने केन्द्र से मांगे 256 करोड़

चेन्नई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने शुक्रवार को चेन्नई में राज्य में डेंगू के बढते मामलों का जायजा लेने के लिए चेन्नई पहुंची केन्द्रीय टीम के सदस्यों के साथ मुलाकात की। राज्य के उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम द्वारा मुलाकात कर राज्य में डेंगू फैलने की स्थिति के बारे में बताने और इसे नियंत्रित करने मेंे मदद करने का अनुरोध करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर यह टीम राज्य का दौरा करने पहुंची है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि तमिलनाडु सरकार को राज्य में डेंगू फैलने के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री सी विजय भाष्कर, राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ जे राधाकृष्णन और स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में केन्द्रीय टीम ने कहा कि मच्छरों के प्रजनन को नियंत्रित करना लोगों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि पानी का संग्रह करना ही डेंगू फैलने का मुख्य कारण है।इसी क्रम में राज्य सरकार ने शुक्रवार को केन्द्र सरकार से राज्य में डेंगू नियंत्रण से संबंधित कार्यक्रमों को संचालित करने के लिए २५६ करो़ड रुपए की अतिरिक्त राशि आवंटित करने का अनुरोध किया है। स्वास्थ्य मंत्री सी विजयभाष्कर ने इस राशि की मांग करते हुए केन्द्रीय टीम को एक ज्ञापन सौंपा। विजयभाष्कर ने पत्रकारों को बताया कि राज्य को डेंगू और अन्य मच्छर जनित रोगों के नियंत्रण के लिए अतिरिक्त राशि आवंटित होगी या नहीं इसके बारे में केन्द्रीय टीम द्वारा केन्द्र सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने केन्द्र को डेंगू के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है और अतिरिक्त राशि आवंटित करने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि राज्य के उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करने के बाद शुक्रवार को एक पांच सदस्यीय केन्द्रीय टीम चेन्नई पहुंची है। इस टीम में कई बीमारियों के विशेषज्ञों को शामिल किया गया है। टीम ने शुक्रवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में डेंगू नियंत्रण के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित कार्रवाई समिति की बैठक में हिस्सा लिया। इस टीम ने शुक्रवार को एग्मोर स्थित बाल स्वास्थ्य संस्थान और अन्य सरकारी अस्पतालों का दौरा किया और जमीनी वास्तविकता जानने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि यह टीम अगले तीन दिनों तक चेन्नई में रुकेगी और आवश्यकता के अनुसार इसके निरीक्षण की अवधि का विस्तार किया जाएगा। इस निरीक्षण के दौरान नगर निगम के आयुक्त डी कार्तिकेयन और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे और इन्होंने केन्द्रीय टीम को इस स्थिति के बारे में अवगत कराया।

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