अनंतपुर। यहां युवाभरी कार्यक्रम में वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने ब़डी संख्या में उपस्थित लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि संसद सत्र में दिए गए आश्वासन के अनुसार आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जा दिया गया होता तो राज्य में आज अनेक परिवर्तन देखने को मिलते। लाखों लोगों को नौकरियां मिलती, अनेक औद्योगिक स्थापित होते। अनेक होटल, अस्पताल और कॉलेज स्थापित होते। भविष्य में प़ढाई के लिए भरोसा मिल पाता। नौकरियां ढूंढने की जरूरत नहीं होती। मगर सत्ता में बैठे लोगों के धोखा देने के कारण आज राज्य में ऐसी दयनीय हालात पैदा हुए हैं। जगन ने जोर देते हुए कहा कि विभाजन के कारण राज्य को अपार नुकसान उठाना प़डा है। इस नुकसान की भरपाई तब ही संभव है जब राज्य को विशेष दर्जा मिले। इसीलिए वाईएसआरसीपी विशेष दर्जा हासिल करने के लिए निरंतर और एकजुट होकर संघर्ष करती रहेगी। उन्होंने बताया कि आगामी २ नवंबर से पदयात्रा आरंभ की जाएगी। छह माह तक तीन हजार किलोमीटर की पदयात्रा इडुपुलपाया से चित्तूर-इच्चापुरम तक चलेगी। पदयात्रा के दौरान लोगों को सत्तारू़ढ तेलुगू देशम की विफलताओं को बताया जाएगा। सरकार विशेष दर्जा मुद्दे पर खामोश है। उन्होंने कहा कि राज्य में अनंतपुर सबसे ब़डा जिला है। जिले के विकास के बारे में ब़डी-ब़डी बातें बोली गई। अनंतपुर को स्मार्ट सिटी बनाने का आश्वासन दिया गया। इलेक्ट्रानिक हार्डवेयर बनाने की बात कही गई। इतना ही नहीं, पुट्टापर्ती को आध्यात्मिक नगर बनाने की बात कही गई जो आज तक नहीं पूरी की गई। अनंतपुर में अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के निर्माण का वादा किया गया। उसका भी कोई अतापता नहीं है। उन्होंने बताया कि विशेष दर्जा के लिए हमारे सांसदों ने संसद सत्र में मांग की है। मगर हमारे नेताओं की सुनवाई नहीं होती है। सत्तारू़ढ तेलुगू देशम विशेष दर्जे के मामले पर खामोश है। आंध्रप्रदेश का विभाजन करते समय अनेक समस्याएं थी। विभाजन के कारण हैदराबाद शहर से आंध्र ने अपना अधिकार खो दिया है। परिणाणस्वरूप युवकों को नौकरियों से हाथ धोना प़डा है। यदि विशेष दर्जा मिलता है तो राज्य में पूंजी निवेश को ब़ढावा मिलेगा और युवकों को नौकरियां मिलेगी।
राज्य के विभाजन का हुआ भारी नुकसान : जगनमोहन
राज्य के विभाजन का हुआ भारी नुकसान : जगनमोहन