बेंगलूरु। विधानसभा चुनाव-२०१८ की तैयारियों में जुटी भाजपा के पार्टी नेताओं की अंतर्कलह से भी जूझने की खबरें अक्सर सुर्खियां बटोरती रहती हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येड्डीयुरप्पा और पार्टी के संगठन संयुक्त सचिव संतोष के बीच खींचतान की खबरें राजनीतिक गलियारों में सुर्खियांे में रही हैं। हालांकि येड्डीयुरप्पा ने एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए स्पष्ट किया है कि उनके और संतोष के बीच किसी प्रकार के मतभेद या आपसी प्रतिद्वंद्विता नहीं है। येड्डीयुरप्पा ने कहा कि संतोष के पास पार्टी में काम करने का लम्बा अनुभव है और वे संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाते आए हैं। हालांकि येड्डीयुरप्पा ने कहा कि यह सच है कि पूर्व में मेरे और उनके बीच पार्टी के मुद्दों को लेकर मामूली मतभेद थे। उन्होंने कहा कि चूंकि केरल में संतोष के लिए काम नहीं था इसलिए मैंने और अमित शाह ने उन्हें कहा था कि कर्नाटक पर ध्यान के्द्रिरत करें। यहां तक कि संघ परिवार ने भी संतोष को कर्नाटक पर ध्यान देने के लिए कहा था।येड्डीयुरप्पा ने कहा कि हम दोनों के बीच अब कोई मतभेद नहीं रह गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम दोनों के बीच मतभेद की जो खबरें आ रही हैं वह पूरी तरह से मीडिया का अनुमान मात्र है। उन्होंने कहा कि हम लोग हर सप्ताह कोर कमेटी की बैठक में एक साथ बैठते हैं और सामूहिक निर्णय लेते हैं। विधानसभा चुनाव में भाजपा की संभावनाओं पर येड्डीयुरप्पा ने कहा कि सभी २२४ विधानसभा सीटों पर भाजपा अपने बलबूते चुनाव ल़डेगी। हमने मिशन-१५० के लिए १५० विधानसभा सीटों को ‘ए’’ श्रेणी में चिन्हित किया है जहां हमारी जीत की पूरी संभावनाएं हैं। वहीं ४२ से ४५ सीटों को ‘बी’’ श्रेणी में रखा गया है जहां हमें कुछ ज्यादा मेहनत करने की जरुरत है। इसके अतिरिक्त ‘सी’’ श्रेणी में करीब २० सीटों को रखा गया है जहां पार्टी की जीत थो़डी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत सरकार की उपलब्धियों और कर्नाटक की सिद्दरामैया सरकार की असफलताओं को हम जनता के बीच लेकर जाएंगे और इसी आधार पर वोट मांगेंगे। हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि भाजपा मिशन-१५० में सफल होगी और राज्य में दोबारा भाजपा की सरकार बनेगी।
मेरे और संतोष के बीच कोई मतभेद नहीं : येड्डीयुरप्पा
मेरे और संतोष के बीच कोई मतभेद नहीं : येड्डीयुरप्पा