बेलगावी। विधानसभा में मंगलवार को कर्नाटक में पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रहे भाजपा सदस्यांे पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने टिप्पणी की कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येड्डीयुरप्पा जब राज्य के उप मुख्यमंत्री थे तब खुद येड्डीयुरप्पा ने राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाने का विरोध किया था। सिद्दरामैया की इस टिप्पणी का भाजपा सदस्यों ने जोरदार विरोध किया और नतीजतन सदन की कार्यवाही बाधित हो गई और दोपहर करीब ३.३० बजे तक पूरा सदन अस्त व्यस्त रहा क्योंकि भाजपा सदस्यों ने सिद्दरामैया के संदर्भों को सदन की कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटाने की मांग करते हुए धरना शुरु कर दिया था। लगभग पूरे दिन सदन बाधित रहने के बाद अंततः विधानसभा स्पीकर केबी कोलीवाड ने भाजपा सदस्यों को भरोसा दिया कि वे देखेंगे कि किस प्रकार के असंसदीय संदर्भ दिए गए हैं और अगर रहेगा तो उसे हटाया जाएगा जिसके बाद भाजपा सदस्य शांत हुए। सदन की कार्यवाही शुरु होने पर प्रश्नकाल के दौरान हंगामे की शुरुआत तब हुई जब भाजपा के सीटी रवि ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी की मांग की। इस पर आबकारी मंत्री आरबी तिम्मापुर ने कहा कि राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। इसी दौरान मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने भाजपा की मांग पर कहा कि जब राज्य में जनता दल (एस) और भाजपा की साझा सरकार थी उस समय उप मुुख्यमंत्री रहते हुए बीएस येड्डीयुरप्पा ने शराब पर प्रतिबंध की मांग का विरोध किया था। सिद्दरामैया ने कहा, यही सच्चाई है कि येड्डीयुरप्पा शराब पर प्रतिबंध के पक्षधर नहीं थे और यहां तक कि उस समय के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के दबाव के कारण राज्य में अरक पर प्रतिबंध लगाया गया था। द्नय्ज्झ्य् द्मष्ठ ·र्ैंर् ्यफ्सद्यय्द्बस्द्भय् फ्ष्ठ द्बय्र्ड्डैंर् द्बय्ैंख्द्मष्ठ ·र्ैंर् द्बय्ैंख्सिद्दरामैया की इस टिप्पणी से भाजपा सदस्यों ने हंगामा शुरु कर दिया। उन्होंने सिद्दरामैया से माफी मांगने की मांग की। भाजपा के सदस्यों ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि राज्य में शराब प्रतिबंध को लागू करने के बजाय अनावश्यक रूप से सिद्दरामैया उनके नेता येड्डीयुरप्पा पर अनुचित टिप्पणी कर रहे हैं। भाजपा सदस्यों के हंगामे पर सिद्दरामैया ने फिर से पलटवार करते हुए विपक्ष के नेता जगदीश शेट्टर को निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा के कारण उत्तर कर्नाटक की समस्या बनी हुई है। भाजपा ने ही उत्तर कर्नाटक को बर्बाद कर रखा है लेकिन भाजपा सदस्यों को कोई शर्म नहीं है। भाजपा सदस्यों के आसंदी के समक्ष धरना शुरु करने के बाद स्पीकर केबी कोलीवाड ने सदन की कार्यवाही बार बार स्थगित करनी प़डी। प्रय्द्यय्द्ध झ्द्य द्यय्लट्टुर्द्भ द्मर््यत्र यय्ॅैं द्बह्ख्रर् दृ ्यफ्सद्यय्द्बस्द्भय् सिद्दरामैया ने भाजपा पर शराब प्रतिबंध के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा जब सत्ता में होती है तब उसे शराब पर प्रतिबंध लगाना याद नहीं रहता लेकिन अब उसे याद आ रहा है कि शराब से गरीब लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश में गुजरात सहित जिस राज्य में भी शराब पर प्रतिबंध लगा है वहां भी शराब की अवैध बिक्री को पूरी तरह से नियंत्रित नहीं किया जा सका है और बेवजह का भ्रष्टाचार एवं तस्करी में बढोतरी हुई है। उन्हांेने कहा कि शराब को लेकर राष्ट्रीय नीति बननी चाहिए और भाजपा सदस्यों को चाहिए कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ऐसी नीति बनाने के लिए सहमत करें जिसमें शराब पर प्रतिबंध की बात हो। मोदी राष्ट्रीय नीति लाएंगे तो कर्नाटक भी उसका सख्ती से पालन करेगा लेकिन फिलहाल राज्य में शराब पर प्रतिबंध नहीं लगेगा।
कर्नाटक में शराब प्रतिबंध का कोई ईरादा नहीं : सिद्दरामैया
कर्नाटक में शराब प्रतिबंध का कोई ईरादा नहीं : सिद्दरामैया