चेन्नई। मुख्यमंत्री ईडाप्पाडी के पलानीस्वामी ने सोमवार को राज्य की पहली कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के नए पुनिरीक्षित पाठ्यक्रम के मसौदे को जारी कर दिया। राज्य में बारह वर्षों के बाद पाठ्यक्रमों में परिवर्तन किया जा रहा है। इस नए पाठ्यक्रम का राज्य के विद्यार्थी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सरकार का दावा है कि नए पाठ्यक्रम के इस मसौदे के माध्यम से शैक्षणिक पाठ्यक्रम की गुणवत्ता में सुधार करने की कोशिश की गई है। इस पाठ्यक्रम से पढाई करने के बाद राज्य के शासकीय स्कूलों में पढने वाले विद्यार्थियों को भी राष्ट्रीय योग्यता सह अर्हता परीक्षा (नीट) सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में आसानी होने की बात भी कही जा रही है।शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार इस नए पाठ्यक्रम का मसौदा तमिलनाडु शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर भी जारी किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने राज्य के अभिभावकों और शिक्षकों से इस पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए अपने विचारों को सौंपने का अनुरोध किया है। अगले १५ दिनों के दौरान यदि अभिभावकों और शिक्षकों को ऐसा लगता है कि इसमें कोई बदलाव किया जाना चाहिए तो वह अपना सुझाव राज्य शिक्षा विभाग के कार्यालय में सौंप सकते हैं। शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार इस मसौदे के आधार पर अंतिम पाठ्यक्रम तैयार करने की घोषणा अगले वर्ष जनवरी में की जाएगी।इस पाठ्यक्रम मसौदा को जारी करने के मौके पर राज्य के प्राथमिक शिक्षा मंत्री केए सेंगोट्टैयान भी मुख्यमंत्री पलानीस्वामी के साथ मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य बोर्ड और बारहवीं बोर्ड के साथ ही पहली कक्षा से नौवीं कक्षा तक के पाठ्यक्रमों को बेहतर बनाने की कोशिश करते हुए इस पाठ्यक्रम को तैयार किया गया है। इस नए पाठ्यक्रम को केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के पाठ्यक्रम के स्तर का बनाने का प्रयत्न किया गया है। साथ ही इस बात का भी विशेष ध्यान रखा गया है कि राज्य के पुराने पाठ्यक्रम में शामिल राज्य से संबंधित सभी महत्वपूर्ण तथ्यों का भी समावेश किया जाए।
मुख्यमंत्री ने नए पुनिरीक्षित पाठ्यक्रम का मसौदा किया जारी
मुख्यमंत्री ने नए पुनिरीक्षित पाठ्यक्रम का मसौदा किया जारी