डॉक्टरों की हड़ताल पर दोनों सदनों में भाजपा ने सरकार को घेरा

डॉक्टरों की हड़ताल पर दोनों सदनों में भाजपा ने सरकार को घेरा

बेलगावी। स्वास्थ्य मंत्री रमेश कुमार ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार निजी स्वास्थ्य देखभाल को नियमित करने के उद्देश्य से प्रस्तावित केपीएमई विधेयक के विरोध में आंदोलन कर रहे डॉक्टरों से बातचीत के लिए तैयार है और वह इस मुद्दे का समाधान ढूंढने का प्रयास करेगी। मंत्री विधानसभा में विपक्षी भाजपा सदस्यों के सवालों का जवाब दे रहे थे। भाजपा सदस्यों ने पूरे राज्य में कई मरीजों की मौत की खबरों और डॉक्टरों के प्रदर्शन का मुद्दा उठाया था। उधर चिकित्सक निजी अस्पतालों और क्लीनिकों को बंद रखे हुये हैं। भाजपा ने कुमार पर आरोप लगाया कि वे बातचीत के जरिए सौहार्दपूर्ण तरीके से मामले का समाधान ढूंढने का प्रयास करने के बजाय इसे प्रतिष्ठा का विषय बना रहे हैं। हालांकि रमेश कुमार ने कहा कि यह उनके लिए प्रतिष्ठा का विषय नहीं है। उन्होंने कहा कि वे डॉक्टर हैं जिन्होंने इसे प्रतिष्ठा का विषय बना लिया है क्योंकि उन्होंने राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है जबकि अभी विधेयक सदन में लाया जाना शेष है। कुमार ने कहा, हम जल्द ही समाधान निकालने का प्रयास करेंगे, हम डॉक्टरों के साथ चर्चा करने को तैयार हैं। मैं इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से मुलाकात करूंगा। मंत्री के जवाब से नाखुश भाजपा के सदस्यों ने मामले का तत्काल समाधान करने की मांग करते हुए सदन से वॉकआउट किया। उन्होंने दावा किया कि इस समाधान में देरी से काफी मरीजों की जान जा सकती है।्यडत्र्यत्र फ्ष्ठ ्यद्मझ्ट्टद्मष्ठ द्बष्ठ्र फ्द्य·र्ैंय्द्य द्मय्·र्ैंय्द्ब दृ प्रय्ष्ठभद्यविपक्षी भाजपा ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि ह़डताल पर जाने वाले डॉक्टरों के कारण राज्य में गंभीर स्थिति उत्पन्न होने को लेकर राज्य सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई जिस कारण करीब २५ लोगों की मौत हो चुकी है। विपक्ष के नेता जगदीश शेट्टर ने इस मामले पर सरकार को घेरते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री दोनों इस मुद्दे से निपटने में नाकाम रहे हैं। उन्हांेने कांग्रेस सरकार पर डॉक्टरों की ह़डताल को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाने का आरोप लगाया। शेट्टर ने तर्क दिया कि विधेयक का विरोध करने का भाजपा का इरादा निजी डॉक्टरों का समर्थन नहीं है बल्कि केवल यह सुनिश्चित करने के लिए हम विरोध कर रहे हैं राज्य में जो लोग बीमार हैं उन्हें गंभीर हालात का सामना न करना प़डे। बाद में रमेश कुमार के जवाब से असंतुष्ट होकर भाजपा सदस्य थो़डी देर के लिए सदन से वॉकआउट कर गए। फ्द्य·र्ैंय्द्य त्ररुद्यैंत्र फ्द्बय्थ्य्द्म ्यद्म·र्ैंय्यष्ठ दृ ·र्ैंह्यर्‍प्य्ठ्ठविधानसभा के स्पीकर के बी कोलीवा़ड ने गुरुवार को विधानसभा में स्वसंज्ञान बयान में सरकार से जल्द से जल्द केपीएमई विधेयक का हल ढूंढने की अपील की। उन्होंने कहा कि मरीजों की पी़डा के बारे में मीडिया में रिपोर्टों से मैं दुखी हूं। इसको हल किया जाना चाहिए। सरकार को विरोध करने वाले डॉक्टरों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करनी चाहिए और इस मुद्दे को सुलझाना चाहिए। साथ ही, डॉक्टरों को मानवीय आधार पर तत्काल फिर से काम करना चाहिए।

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