बेलगावी। सीमावर्ती शहर बेलगावी स्थित सुवर्ण विधान सौधा में कर्नाटक विधानमंडल का १० दिवसीय शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरु हो रहा है जिसके हंगामेदार रहने की संभावना है क्योंकि विपक्षी दल भाजपा और जनता दल (एस) ने सत्ताधारी कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचार के आरोपों पर घेरने की मंशा बना रखी है। वहीं सत्ताधारी दल अपनी सरकार की साढे चार वर्ष की उपलब्धियों को सत्र में पेश करते हुए सिद्दरामैया सरकार को लोकहितकारी बताने की तैयारी में है। चूंकि छह महीने के भीतर राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं इसलिए पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश में हैं जिस कारण विधानमंडल सत्र के हंगामेदार होने की पूरी संभावना है। राज्य सरकार को न सिर्फ सदन के भीतर विपक्ष के विरोध और सवालों का सामना करना है बल्कि सदन के बाहर ही कई मुद्दों को लेकर विभिन्न संगठन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी में हैं। इनमें निजी अस्पतालों के डॉक्टरों का प्रदर्शन प्रमुख है जो केपीएमई (संशोधन) विधेयक में संशोधन का विरोध कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त उत्तर कर्नाटक के ज्वलंत मुद्दों जिनमें पानी का स्थायी समाधान प्रमुख है, को लेकर स्थानीय नागरिक संगठन और किसान विरोध कर सकते हैं। चूंकि पिछले सत्रों के दौरान विधानसभा और विधान परिषद में कई विधेयकों पर चर्चा नहीं हो पाई थी और विरोध के कारण ये लंबित रह गए थे इसलिए सरकार उन विधेयकों को इस बार के सत्र में पटल पर लाएगी और उन्हें विपक्ष को संतुष्ट कर पारित कराने कीे कोशिश करेगी। ्यप्थ्य्द्मद्बैंठ्ठय ·र्ष्ठैं ं्यत्रब्य्फ् ·र्ैंय् र्ींुुप्य्ैं फ्ख़य्मुख्यमंत्री सिद्दरामैया नीत कर्नाटक की १४वीं विधानसभा का यह संभावित अंतिम पूर्ण कालिक सत्र होगा क्योंकि अगले वर्ष मई-२०१८ में राज्य सरकार का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। वहीं कर्नाटक विधानसभा के इतिहास में यह १३३वां सत्र होगा। वर्ष-२००६ में पहली बार सुवर्ण विधानसौधा में विधानमंडल सत्र का आयोजन तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली जनता दल (एस)-भाजपा सरकार में हुआ था लेकिन उसके बाद बीएस येड्डीयुरप्पा और जगदीश शेट्टर के मुख्यमंत्रित्वकाल में मात्र एक-एक बार ही बेलगावी मंे सत्र आयोजित हुआ जबकि सिद्दरामैया ने तमाम चुनौतियों को झेलते हुए सुवर्ण विधानसौधा की उपयोगिता सार्थक की और वर्ष-२०१३ से हर वर्ष अबाध रूप से शीतकालीन सत्र का आयोजन बेलगावी में किया गया। बेलगावी में सत्र आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य यह संदेश देना है कि बेलगावी कर्नाटक का एक अभिन्न हिस्सा है और उत्तर कर्नाटक के लोगों की शिकायतों को सुनना और उनका समाधान करना सरकार की प्राथमिकता है। द्नय्ज्झ्य् द्बय्ैंख्ष्ठख्र् ·र्ष्ठैंज्ष्ठ ज्य्ज्श्च ·र्ैंय् ंडत्रर्र्ड्डैंय्राज्य की सत्ता में दोबारा वापसी करने के लिए ‘परिवर्तन यात्रा’’ लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येड्डीयुरप्पा लगातार राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। डीएसपी गणपति आत्महत्या मामले में सीबीआई द्वारा बेंगलूरु विकास मंत्री केजे जार्ज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के मामले में येड्डीयुरप्पा पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि जब तक जार्ज का इस्तीफा नहीं होता है तब तक विधानमंडल में भाजपा का विरोध जारी रहेगा। ऐसे में पूरी संभावना है कि जार्ज के इस्तीफे की मांग पर सदन में भाजपा का जोरदार विरोध प्रदर्शन हो। विधानसभा में विपक्ष के नेता जगदीश शेट्टर ने कहा है कि अगर जार्ज को इस्तीफा नहीं होगा तो भाजपा सदन चलने नहीं देगी। ख्स्त्रय्य् र्ह्वझ्य्ख्र·र्ैंह्र ·र्ष्ठैं द्नरुख्त्रय्द्म ृय्स्द्य ·र्ैंयफ्य्-द्धैंठ्ठरूद्यर् ·र्ैंय् द्बरुसय्चीनी मिलों द्वारा गन्ना उत्पादकों का बकाया भुगतान का मुद्दा विपक्ष प्रमुखता से उठा सकती है। गन्ना खरीद के महीनों बीत जाने पर भी चीनी मिलों ने अब तक करो़डों रुपए का भुगतान उत्पादकों को नहीं किया है। जगदीश शेट्टर ने कहा, कुछ मिलों ने एक वर्ष या उससे भी ज्यादा समय से बकाये का भुगतान नहीं किया है। इसलिए सरकार को इस विकट स्थिति में किसानों को राहत देने के लिए आगे आना चाहिए। गन्ना किसानांे की समस्या का मुद्दा भाजपा इस सत्र में उठाएगी। शेट्टर ने कहा कि उत्तर कर्नाटक की पेयजल संकट का समाधान कलसा-बंडूरी परियोजना से होगा लेकिन राज्य सरकार इस पर गंभीर नहीं है। भाजपा कलसा-बंडूरी के समाधान का मुद्दा सत्र में उठाएगी।
चुनावी दस्तक के बीच हंगामेदार सत्र की संभावना
चुनावी दस्तक के बीच हंगामेदार सत्र की संभावना