चेन्नई। नागपट्टनम जिले में शुक्रवार को एक पुराने बस स्टैंड की छत गिरने से तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम के ८ कर्मचारियों की मौत हो गई। इस दुर्घटना में ३ अन्य लोग घायल भी हो गए। घटना के वक्त तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम के कर्मचारी जिले के पोरेयार बस स्टैंड के आराम गृह में सो रहे थे। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को ७.५ लाख रुपए और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए १.५ लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की।मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को मुआवजे के साथ ही परिवार के एक-एक सदस्य को राज्य परिवहन निगम में उनकी योग्यता के आधार पर नौकरी देने का वादा किया है। इस दुर्घटना में मलबे से निकाले गए घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर है। राज्य परिवहन मंत्री एमआर विजय भाष्कर ने दुर्घटना स्थल का दौरा किया। उन्होंने मीडिया से कहा कि इस संदर्भ में जांच की जा रही है और मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा। पट्टालि मक्कल कच्चि (पीएमके) के संस्थापक एस रामदास ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी के कर्मचारी संघ के नेताओं ने वर्ष २००५ में राज्य परिवहन निगम से इमारत की मरम्म्त की अपील की थी। यह इमारत काफी पुरानी और कमजोर हो गई थी और सरकार ने इसकी मरम्मत करवाने में अनावश्यक रुप से विलंब किया जिसके कारण यह दुर्घटना घटी।राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी द्रवि़ड मुनेत्र कषगम के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने भी इस दुर्घटना पर दु:ख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों की समस्याओं की कोई चिंता नहीं है। परिवहन निगम के कर्मचारियों द्वारा शुक्रवार को ढहे आराम गृह की मरम्मत की मांग विगत कई वर्षों से की जा रही थी। उन्होंने कहा कि परिवहन कर्मचारियों द्वारा राज्य भर में विभिन्न परिवहन डीपो के पुराने भवनों की मरम्मत का ध्यान समय-समय पर आकृष्ट किया जाता है लेकिन सरकार इसकी सुध नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि सरकार परिवहन कर्मचारियों के वेतन भत्ते और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पंेशन की बकाया राशि का भी भुगतान नहीं कर रही है।
बस स्टैंड पर बने आराम गृह के ढहने से 8 परिवहन कर्मचारियों की मौत
बस स्टैंड पर बने आराम गृह के ढहने से 8 परिवहन कर्मचारियों की मौत