बेंगलूरु। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की सख्त चेतावनी के बाद अंततः राज्य के तीन शिक्षण संस्थानों ने अपने नाम से विश्वविद्यालय शब्द को हटा दिया है। इसमें बेंगलूरु स्थित जैन विश्वविद्यालय, क्राइस्ट विश्वविद्यालय तथा मेंगलूरु का येनपोया विश्वविद्यालय शामिल हैं जिन्हांेने अब अपने नाम में विश्वविद्यालय के बदले सिर्फ डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के एक निर्देश के बाद यूजीसी ने इन शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिया था कि वे नाम के साथ डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी शब्द का इस्तेमाल करें न कि विश्वविद्यालय या युनिवर्सिटी का। कर्नाटक के इन शिक्षण संस्थानों के अतिरिक्त देश के कई अन्य संस्थानों ने भी अपने नाम से विश्वविद्यालय शब्द हटाकर इसकी जानकारी भी यूजीसी को दे दी है। यूजीसी ने हालांकि संस्थानों के इन दावों की अभी प़डताल कराने का फैसला लिया है। इसके बाद ही वह संस्थानों के नए नामों को लेकर एक नोटिफिकेशन जारी करेगा। संस्थानों ने यह कदम यूजीसी की सख्ती के बाद उठाया है, जिसमें यूजीसी ने विश्वविद्यालय शब्द का इस्तेमाल करने वाले संस्थानों से ३० नवंबर की शाम तक इसे हटाने के निर्देश दिए थे। यूजीसी ने ऐसा न करने वाले संस्थानों से डीम्ड का दर्जा छीनने की भी चेतावनी दी थी। यूजीसी ने इन संस्थानों को अपने नाम के साथ विश्वविद्यालय शब्द जो़डनेे पर खिंचाई की थी जबकि उनका दर्जा ‘डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी’’ का है। यूजीसी ने अक्टूबर में देश के ऐसे १२३ शिक्षण संस्थाओं को एक महीने के भीतर नाम में बदलाव करने का निर्देश दिया था। क्राइस्ट विश्वविद्यालय ने अब क्राइस्ट डीम्ड टू बी युनिवर्सिटी नाम रखने का निर्णय किया है इसी प्रकार येनपोया विश्वविद्यालय अब मात्र येनपोया डीम्ड टू बी युनिवर्सिटी के नाम से जाना जाएगा। इसी प्रकार जैन विश्वविद्यालय के नाम में भी विश्वविद्यालय शब्द नहीं होगा।
डीम्ड बचाने के लिए संस्थानों ने छोड़ा विश्वविद्यालय शब्द का मोह
डीम्ड बचाने के लिए संस्थानों ने छोड़ा विश्वविद्यालय शब्द का मोह