मैसूरु। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने गुरुवार को कहा कि संविधान के उद्देश्यों को तब प्राप्त किया जा सकता है जब अधिकारी मानव मूल्यों के साथ कुशलतापूर्वक और पारदर्शी तरीके से काम करें। कर्नाटक पुलिस अकादमी (केपीए) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिद्दरामैया ने अधिकारियों को कोई भी काम पूरा करने के दौरान व्यावहारिक बुद्धि के उपयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। अपना निजी अनुभव सुनाते हुए उन्होंने कहा कि आप चाहे कोई भी काम करें उसमें व्यावहारिक बुद्धि की अहम भूमिका होती है और यह बेहद अहम है कि हम अपने काम को करते हुए जागरुक रहें। अपने काम में कॉमन्सेंस की जरुरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं लॉ प्रैक्टिस कर रहा था तब मेरा एक सहपाठी हमेशा अच्छे अंक लाता था और एक रैंक धारक था लेकिन उस दोस्त में कॉमन्सेंस की कमी थी। संभवत: इसी कारण उसने वकालत का काम छो़ड दिया और अन्य नौकरी करने लगा। हालांकि मैं उस दोस्त के जैसे अच्छे अंक हासिल नहीं करता था लेकिन मैं कॉमन्सेंस का इस्तेमाल करता था जिससे मैं न सिर्फ एक सफल वकील बना बल्कि इसी वजह से एक राजनेता बनने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि आज की प्रतिस्पर्धात्मक दुनिया में बेहतर अंक के साथ ही प्रतिभा भी प्रमुख भूमिका निभाती है। यहां हर किसी में अद्वितीय प्रतिभा है लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि हम बेहतर अवसर पर अपनी प्रतिभा का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि एक सरकारी अधिकारी ३० वर्ष तक अपनी सेवाएं देते हैं जबकि मेरे जैसे एक राजनेता को हर पांच वर्ष मंे अपने टर्म का नवीनीकरण कराना होता है। इसलिए अधिकारियों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी जिम्मेदारियों का बेहतर उपयोग करें। प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कुल १९४ प्रशिक्षु गजट अधिकारी और कर्नाटक पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण लेने वाले ३६ प्रोबेशनल डिप्टी सुपरिंटेंट्स पुलिस (डीएसपी) इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए।
संविधान के उद्देश्यों की प्राप्त हेतु मानव मूल्यों के साथ काम करें : सिद्दरामैया
संविधान के उद्देश्यों की प्राप्त हेतु मानव मूल्यों के साथ काम करें : सिद्दरामैया