मैसूरु। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने बुधवार को कहा कि देश में मोदी की लहर धीरे-धीरे कम हो रही है। कांग्रेस अगले महीने होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी और गुजरात मंे सरकार बनाएगी। यहां संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कर्नाटक विधानसभा चुनाव से संबंधित एक सवाल पर कहा कि कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं से परामर्श लेने के बाद सक्षम उम्मीदवारों को पार्टी टिकट दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि पूर्व मंत्री सी एच विजयशंकर कांग्रेस में लौटना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है लेकिन मैंने इसके बारे में उनसे बात नहीं की है।कन्ऩड साहित्य सम्मेलन के दौरान सम्मेलन के अध्यक्ष लेखक चंद्रशेखर पाटिल उर्फ चम्पा के बयान का बचाव करते हुए सिद्दरामैया ने कहा कि चम्पा ने अगर अपने भाषण में लोगों से उस पार्टी को वोट देने की अपील की है जो धर्मनिरपेक्षता में भरोसा करती है, तो इसमें क्या गलत है? उन्होंने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को चम्पा की टिप्पणी से गुस्सा नहीं होना चाहिए। अगर भाजपा धर्मनिरेक्षता में भरोसा करती है तो उसे चम्पा की टिप्पणी से भयभीत नहीं होना चाहिए। अगर वह चम्पा की टिप्पणी का समर्थन नहीं करते हैं तो इसका मतलब है कि उन्हें धर्मनिरपेक्षता में भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि संविधान ने स्पष्ट रूप से कहा है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। चंपा के वक्तव्य में नया क्या है? क्या चम्पा को इसके बदले में सांप्रदायिक ताकतों का समर्थन करना चाहिए? उन्होंने कहा कि लेखकों के बयान पर हमें राजनीति करने की कोई ़जरूरत नहीं है। सम्मेलन के दौरान मैसूरु राजपरिवार को आमंत्रित नहीं करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार का काम सिर्फ फंड मुहैया कराना था और सम्मेलन में किसे आमंत्रित किया जाता है यह आयोजन समिति का निर्णय होता है। एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि कर्नाटक को केन्द्र से उसका बकाया अब तक नहीं मिला है। केंद्र सरकार को सभी राज्यों को समान रूप से देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकारों को एकत्रित टैक्स का केवल ४२ प्रतिशत देती है और यह वित्त आयोग की सिफारिशों के आधार पर कार्य करता है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक को को १,५५० करो़ड रुपए का सूखा राहत मुआवजा मिला है जबकि महाराष्ट्र को ८,५०० करो़ड रुपए और गुजरात को ४,००० करो़ड रुपए मिले हैं। वहीं उन राज्यों की तुलना में कर्नाटक के पास पास अधिक सूखाग्रस्त क्षेत्र प्रभावित रहा लेकिन हमें कम मुआवजा मिला है।
देश में मोदी की लहर कम हो रही है : सिद्दरामैया
देश में मोदी की लहर कम हो रही है : सिद्दरामैया