जद-एस और केएफसीसी ने महादयी के लिए जारी प्रदर्शन को दिया समर्थन

जद-एस और केएफसीसी ने महादयी के लिए जारी प्रदर्शन को दिया समर्थन

बेंगलूरु। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय जगन्नाथ भवन के बाहर पिछले तीन दिनों से चौबीसों घंटे सर्दी की परवाह किए बगैर महादयी नदी जलविवाद के निपटारे की मांग पर धरना दे रहे उत्तर कर्नाटक के कई जिलों से पहुंचे लोगों को सोमवार को जनता दल (एस) और कर्नाटक फिल्म चेंबर ऑफ कॉमर्स (केएफसीसी) का समर्थन मिल गया। महादयी-कलसा बंडूरी नाला होर्राटा समिति के बैनर तले यह लोग प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येड्डीयुरप्पा से मांग कर रहे हैं कि वह नव कर्नाटक परिवर्तन यात्रा को छो़डकर बेंगलूरु लौटें और धरने पर बैठे ५०० से अधिक प्रदर्शनकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करें्। साथ ही, इन लोगों ने येड्डीयुरप्पा से यह भी स्पष्ट करने को कहा है कि महादयी जल विवाद के मामले का निपटारा करने के लिए उनकी अपनी रणनीति क्या होगी? प्रदर्शनकारियों का कहना है कि भाजपा को चुनावी और राजनीतिक फायदा उठाने के लिए इस मुद्दे पर सिर्फ जुबानी जमा-खर्च से काम नहीं चलाना चाहिए, बल्कि उसे महादयी नदी पर प्रस्तावित कलसा-बंडूरी नाला परियोजना को क्रियान्वित करने की योजना का खुलासा करना चाहिए। शहर में इन दिनों चल रही सर्द हवाओं से बेफिक्र प्रदर्शनकारियों को पहले ही आम आदमी पार्टी (आप) और विभिन्न कन्ऩड समर्थक संगठनों का समर्थन मिल चुका है। इनके नेताओं ने प्रदर्शन में शामिल होकर उनकी मांगों को जायज करार दिया है। वहीं, सोमवार को राज्य के पूर्व मंत्री और जद (एस) नेता बसवराज होरट्टी ने प्रदर्शनस्थल का दौरा किया। उन्होंने महादयी नदी का मुद्दा उठाने वालों को अपनी पार्टी की ओर से पूरा आश्वासन दिया कि महादयी विवाद का निपटारा होने तक प्रदर्शनकारियों को जद (एस) का पूर्ण समर्थन मिलता रहेगा। प्रदर्शनकारियों से मिलने के बाद आज यहां पत्रकारों से बातचीत में होरट्टी ने कहा कि वह जल्दी ही विधानसभा में विपक्ष के नेता जगदीश शेट्टर के साथ इस मुद्दे पर बातचीत करेंगे और उनसे महादयी मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हस्तक्षेप सुनिश्चित करने के लिए कहेंगे। अगर यह संभव नहीं हो और भाजपा कहे कि इस मुद्दे का निस्तारण महादयी जलविवाद पंचाट के समक्ष ही हो सकता है तो जद (एस) वर्तमान धरने-प्रदर्शन को अपना समर्थन देने के साथ ही केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए अन्य मार्ग भी ढूंढेगा। पार्टी इस मुद्दे का पूरा समर्थन करती है। तीन जिलों के लोगों की पेयजल संबंधी समस्याओं को दूर करना जरूरी है। होरट्टी ने पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ’’(महादयी विवाद का समाधान तलाशने के लिए) गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को चाहिए था कि वह कर्नाटक् के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया को पत्र लिखते, न कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को।’’ महादयी-कलसा बंडूरी नाला होर्राटा समिति को केएफसीसी के पूर्ण समर्थन की घोषणा करते हुए इसके अध्यक्ष सारा गोविंदू ने कहा कि वह इस विषय में फिल्मी हस्तियों के साथ ही प्रदर्शनकारियों के साथ मुलाकात करेंगे। फिल्मी हस्तियां भी प्रदर्शन में शामिल होकर इस मुद्दे पर तीनों जिलों के लोगों के साथ अपनी एकजुटता प्रदर्शित करेंगी। कई फिल्म सितारों ने हुब्बल्ली, नरगुंड और अन्य स्थानों पर महादयी नदी के मुद्दे पर धरनों-प्रदर्शनों में पहले भी शामिल हो चुके हैं्। इस बार भी हम सभी इस समस्या के समाधान के लिए हो रहे सभी प्रयासों को अपना समर्थन देंगे। उधर, रविवार रात को भाजपा मुख्यालय के सामने जारी प्रदर्शन में शामिल दो महिलाओं की तबीयत बिग़डने पर उन्हें धरनास्थल पर मौजूद शासकीय अस्पतालों के डॉक्टरों ने उपचार मुहैया करवाया। इनमें गदग जिले के नरगुंड तालुक से आईं गंगम्मा शामिल हैं। उन्होंने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह अपने दिल की बीमारियों की अनदेखी कर इस प्रदर्शन में भाग ले रही हैं। उन्होंने बताया, कल रात मुझे बुखार आ गया और डॉक्टरों ने मुझे कुछ दवाएं दीं लेकिन मैं प्रदर्शन स्थल पर ही बनी रहना चाहती हूं, क्योंकि हम कई वर्षों से पेयजल जैसी बुनियादी सुविधा के अभाव में जीवन बिता रहे हैं्। वहीं, बेलगावी जिले के रामदुर्गा तालुक की रहनेवाली एक अन्य महिला कस्तूरी भी बीती रात बीमार प़ड गई थीं और उन्हें इलाज के लिए केएमसी अस्पताल ले जाना प़डा था। उन्होंने भी पत्रकारों से बातचीत में प्रदर्शनकारियों के साथ बने रहने का अपना संकल्प जताया। आज प्रदर्शनकारियों ने भाजपा मुख्यालय के सामनेे ही फुटपाथ पर भोजन करने का निर्णय लिया और उन्होंने सबके लिए खुद ही भोजन बनाना भी शुरू कर दिया। वहीं, प्रदर्शन में शामिल होने वाली महिलाओं के लिए भाजपा मुख्यालय के पास ही एक हॉल किराए से लिया गया है। इस प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले किसान नेता शंकर आंबलि ने पत्रकारों से स्पष्ट किया, हम यहां येड्डीयुरप्पा के खिलाफ नारेबाजी करने नहीं आए हैं। गौरतलब है कि हावेरी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए येड्डीयुरप्पा ने रविवार को प्रदर्शनकारियों पर आरोप लगाया था कि वह (प्रदर्शनकारी) सिर्फ भाजपा और उनके (येड्डीयुरप्पा के) खिलाफ नारेबाजी करने के लिए भाजपा मुख्यालय के सामने अ़डे हुए हैं।

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