अनंतपुर की हालत बता रही है कि चंद्रबाबू को दिमाग नहीं है : जगन मोहन

अनंतपुर की हालत बता रही है कि चंद्रबाबू को दिमाग नहीं है : जगन मोहन

अनंतपुर। वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने पूरे जिले में अव्यवस्था और कुप्रशासन की हालत का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की प्रशासनिक क्षमताओं पर सवाल ख़डा कर दिया है। वह मंगलवार को प्रजा संकल्प यात्रा के ३९वें दिन जिले के मराला गांव के किसानों से रू-ब-रू हुए। उनकी समस्याएं सुनने के बाद जगन ने कहा, राज्य में चंद्रबाबू नायूडू के चार साल का शासन देखा है। एक साल बाद चुनाव होने वाले हैं। हमें किस तरह का नेता चाहिए? क्या हमें झूठे आश्वासन देने वाला नेता चाहिए? धोखेबाज नेता चाहिए? चंद्रबाबू ने चुनाव के दौरान जो आश्वासन दिए थे वह सब झूठ साबित हुए हैं्।उन्होंने कहा, चंद्रबाबू ने किसानों को आश्वासन दिया था कि बैंकों में रखा हुआ सोना बाहर लाना हो तो तेदेपा की सरकार को सत्ता में लाना चाहिए्। उनके सत्ता में आए चार वर्ष गुजर चुके हैं्। क्या अब तक किसी बैंक में रखा सोना बाहर आया? अब वह किसानों पर कहर ढहा रहे हैं। किसानों के मकानों पर बैंक नोटिस चिपकाए जा रहे हैं। किसानों को कर्ज माफी देने का वादा किया गया था। इसके विपरीत उन्हें बैंकों से ब्याज समेत कर्ज लौटाने का नोटिस जारी किया जा रहा है। किसान कर्ज की मूल राशि तो क्या, बैंकों से लिए कर्ज का मूलधन तक चुकाने की स्थिति में नहीं हैं। चंद्रबाबू नायडू की सरकार उन्हें फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तक नहीं दिला पा रही है। राज्य के किसान बेहाल हैं।र्द्बठ्ठणक्क झ्ठ्ठणक्कर्‍ ्य·र्ैंफ्य्द्मह्र ·र्ैंर्‍ द्नर्‍ठ्ठणक्कजगन ने कहा कि जिले में अकाल और वर्षा की कमी के कारण किसान चार-पांच थैली फसल भी नहीं उगा पा रहे हैं। सरकार द्वार प्रति थैली फसल १३०० रुपए में खरीदना घोर अन्याय है। मूगफंली, कपास आदि फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तक किसानों को नहीं दिया जा रहा है। जगन ने किसानों को आश्वासन दिया कि वाईएसआर कांग्रेस सत्ता में आई तो किसान कल्याण के लिए तीन हजार करो़ड रुपए की निधि बनाई जाएगी, ताकि किसानों को हर जरूरी मदद दी जा सके। झ्र्‍ट्ठ द्बष्ठ्र च्रुणद्यय् च्चय्ह्रझ्द्मय् द्मय्द्भठ्ठरू ·र्ैंर्‍ ृय्ख्रत्रजगन ने चंद्रबाबू पर आरोप लगाया कि पीठ में छुरा घोंपना उनकी राजनीतिक आदत बन गई है। उन्होंने कहा, किसानों की फसलें कम दामों में खरीदकर उन्हें अपने हेरिटेज आउलेट्स में महंगे दामों पर बेच रहे हैं्। अब तक रोजगार की तलाश में अनंतपुर के चार लाख लोग बेंगलूरु, केरल और अन्य शहरों की ओर पलायन कर गए हैं्। नायडू कह रहे हैं मिक रायलसीमा को सिंचाई जल की आपूर्ति की जा रही है। यदि रायलसीमा को सिंचाई जलापूर्ति की जा रही है तो हर साल उस क्षेत्र के ६३ मंडलों को अकालग्रस्त क्यों घोषित किया जा रहा है?

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