नई राजनीतिक पार्टियों का अन्नाद्रमुक पर असर नहीं पड़ेगा

नई राजनीतिक पार्टियों का अन्नाद्रमुक पर असर नहीं पड़ेगा

चेन्नई। राज्य के मुख्यमंत्री ईडाप्पाडी के पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने बुधवार को कहा कि राज्य मंे आने वाली नई पार्टियां सत्तारुढ अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) को प्रभावित नहीं कर सकती हैं। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने यह स्पष्टीकरण ऐसे समय में दिया है जब अन्नाद्रमुक से दरकिनार किए जा चुके टीटीवी दिनाकरण ने अपनी नई पार्टी बनाने के बारे मेंं जल्द ही कोई निर्णय लने की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने बुधवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तथा अन्नाद्रमुक के संस्थापक एमजी रामचंद्रन के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों से यह बात कही। इससे पूर्व मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने पार्टी के संस्थापक की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया।डत्र्य्द्मर्‍द्भ ्यद्म·र्ैंय्द्भ घ्रुद्मय्प् द्बष्ठ्र झ्य्ट्टर्‍श्च ·र्ैंय् झ्श्नख्रप्रय्श्चद्म द्यब्ष्ठख्य् ृमच्णय्रोयापेटा स्थित पार्टी मुख्यालय के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि दिनाकरण राज्य में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव से पहले अपनी महत्वाकांक्षाओं के कारण अपनी नई पार्टी शुुरु करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिनाकरण एक दशक से भी ज्यादा समय तक अन्नाद्रमुक से नहीं जु़डे रहे लेकिन क्या इससे पार्टी पर किसी प्रकार का प्रभाव प़डा? मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ मीडिया ही इस प्रकार की बातों को हवा दे रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है कि राज्य में होने वाले आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में अन्नाद्रमुक का प्रदर्शन बेहतर होगा।ृस्त्रय्य्त्त्श्नद्बरु·र्ैं ·र्ैंह् द्धत्रय्द्भय् ध्ह्ख्ह्र फ्ष्ठ ज्रुठ्ठणक्कर्‍ झ्य्ट्टर्‍श्चउप मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने कहा कि अन्नाद्रमुक लोगों के हितों से जु़डी हुई पार्टी है और इसने राज्य के लोगों के कल्याण के लिए कई ऐसी योजनाएं शुरु की हैं जोकि काफी लोकप्रिय हुई है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन द्वारा शुरु की गई मध्याह्न भोजन योजना हो या दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता द्वारा शुरु की गई अम्मा कैंटीन योजना हो, ये इस बात को प्रमाणित करती हैं कि अन्नाद्रमुक ने राज्य के लोगोंे के लिए कुछ ऐसी योजनाएं शुरु की जिनकी न सिर्फ सराहना हुई बल्कि अन्य राज्यों ने भी इनका अनुसरण किया। उन्होंने कहा कि दिनाकरण या फिल्म जगत से जु़डे किसी व्यक्ति के राजनीति में आने से सत्तारुढ पार्टी को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा क्योंकि इसके मतदाताओं और कैडरों का अपना एक अलग वर्ग है।·र्ैंद्बध् ब्य्फ्द्म ·र्ष्ठैं झ्य्ट्टर्‍श्च द्धद्मय्द्मष्ठ फ्ष्ठ द्मब्र्‍्र ब्ह्ख्य् ·र्ैंह्ंश्च ृफ्द्यज्ञातव्य है कि अभिनेता कमल हासन ने मंगलवार को यह घोषणा की थी कि वह लोगों की जरुरतों को समझने के उद्देश्य से आगामी २१ फरवरी से अपना राज्यवापी दौरा शुरु करेंगे। अभिनेता अपने इसी दौरे के दौरान अपनी नई पार्टी के नाम की घोषणा भी करेंगे। उप मुख्यमंत्री ने पत्रकारों द्वारा कमल हासन और रजनीकांत के राजनीति में आने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि चाहे कोई व्यक्ति अपनी नई पार्टी बनाए या किसी पार्टी के साथ गठबंधन करे इससे अन्नाद्रमुक प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जब उनके द्वारा नई पार्टी की घोषणा की जाएगी हम इसके बारे में अपनी प्रतिक्रिया देंगे।·र्ैंय्प्ष्ठद्यर्‍ द्बरुसष्ठ झ्द्य झ्श्नथ्य्द्मद्बैंख़य्र्‍ ·र्ैंह् ्यध्क्वय् झ्ख़य्इस अवसर पर कावेरी मुद्दे के बारे में प्रश्न पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले में व्यक्तिगत तौर पर हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया को भी पत्र लिखकर जल्द से जल्द पानी छो़डने का अनुरोध किया था लेेकिन इसके बावजूद भी कर्नाटक द्वारा पानी नहीं छो़डा गया। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सर्वोच्च न्यायालय में भी एक याचिका दायर की गई लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने इस संबंध में एक मामला पहले से लंबित होने के कारण राज्य सरकार द्वारा दायर की गई नई याचिका पर सुनवाई करने से इंकार कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्नाटक द्वारा कावेरी नदी का पानी तमिलनाडु को नहीं छो़डे जाने के कारण किसानों को किसी प्रकार की कठिनाई हो इस बात पर राज्य सरकार ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि हम एक या दो दिनों में मेट्टूर बांध में उपलब्ध पानी छो़डेंगे ताकि डेल्टा क्षेत्रों के किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए अधिक से अधिक पानी उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश ने राज्य के हिस्से का पानी कृष्णा नदी से छो़ड दिया है जिससे फिलहाल राज्य में जल संकट नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों के कारण राज्य के हजारों जल निकायों के भूजल स्तर में सुधार आया है और पिछले वर्ष मानसून के अच्छा रहने के कारण इन जल निकायों में पर्याप्त पानी है जिससे तत्काल जरुरतों को पूरा करने में कठिनाई नहीं होगी।

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