कट्टरपंथी तत्वों के साथ सख्ती से निपटे पुलिस : सिद्दरामैया

कट्टरपंथी तत्वों के साथ सख्ती से निपटे पुलिस : सिद्दरामैया

बेंगलूरु। दक्षिण कन्ऩड जिले में कट्टरपंथी और सांप्रदायिक संगठनों के कुछ तत्वों द्वारा एक-दूसरे पर घात-प्रतिघात और हत्याओं की घटनाओं में आई तेजी के मद्देनजर मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने बुधवार को शीर्ष पुलिस अधिकारियों को इनके साथ सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) से आए राज्य के वरिष्ठतम पुलिस अधिकारियों के साथ वार्षिक बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ पुलिस को ’’गुंडा एक्ट’’ की सख्त धाराओं में मामले दर्ज करने को कहा गया है। अगर जरूरत प़डी तो इन तत्वों को जिलाबदर भी किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा, ’’हाल में दक्षिण कन्ऩड जिले में दीपक राव और बशीर जैसों पर जानलेवा हमला कर इन्हें मौत के घाट उतारने के मामले देखने को मिले हैं्। इन मामलों में कट्टरपंथी तत्वों की लिप्तता के साफ सबूत मौजूद हैं्। अगर पुलिस ने पर्याप्त एहतियाती कदम उठाए होते तो इन घटनाओं को टाला जा सकता था। पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं भविष्य में टाली जाएं। अगर ऐसी घटनाएं दोबारा होती हैं तो पुलिस आयुक्त या पुलिस अधीक्षक को जिम्मेदार माना जाएगा।’’ राज्य में अपना सिर उठा रहे ड्रग माफिया पर शिकंजा कसने में पुलिस को नाकाम मानते हुए सिद्दरामैया ने अपना असंतोष भी जताया। वहीं, महिलाओं और छात्राओं पर होनेवाले हमलों से गंभीर सामाजिक समस्याएं उत्पन्न होने की ओर भी मुख्यमंत्री ने ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं रुकनी चाहिए और पुलिस को ड्रग की तस्करी करनेवाले तत्वों की ज़डों तक पहुंचने की कोशिश करनी चाहिए।वहीं, तीन महीने बाद होनेवाले राज्य विधानसभा चुनाव के लिए सिद्दरामैया ने पुलिस से ५६ हजार मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की पूरी व्यवस्था करने की हिदायत दी है। खास तौर पर संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों पर पुलिस से बेहद मुस्तैदी बरतने को कहा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिस प्रकार से राज्य की खुफिया एजेंसियां संगठित की गई हैं, उससे वह खुश नहीं हैं्। सरकार ने पुलिस उप निरीक्षक और निरीक्षक तबके के अधिकारियों के अलग कैडर की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है। इन अधिकारियों को राज्य खुफिया ब्यूरो में स्थायी पदस्थापना दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, ’’राज्य खुफिया ब्यूरो में स्थानांतरण पर भेजे जानेवाले पुलिस अधिकारियों को लगता है कि उन्हें किसी बात की सजा दे दी गई है। ऐसी मानसिकता के साथ वह अपना काम पूरी क्षमता से नहीं कर पाते। इसी वजह से हमने खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों की सीधी नियुक्ति करने का निर्णय लिया है। इन्हें सघन प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि यह अधिकारी अपना काम बेहतर ढंग से कर सकें।’’ वहीं, मुख्यमंत्री ने इस बात पर संतोष जताया कि राज्य में अपराधों की दर घटकर पांच प्रतिशत हो गई है, जो राष्ट्रीय स्तर पर छह प्रतिशत है। उन्होंने इसके बावजूद पुलिस से अधिक मेहनत करने और अपराध की दर में और अधिक कमी लाने को कहा है। वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश के हत्यारों की गिरफ्तरी के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में सिद्दरामैया ने कहा कि इस मामले में जांच-प़डताल जारी है। उन्होंने पूरा विश्वास जताया कि पुलिस जल्दी ही अपराधियों को दबोचने में कामयाब हो जाएगी। उन्होंने इस मामले में और अधिक ब्यौरा देने से इन्कार कर दिया।

About The Author: Dakshin Bharat