बेंगलूरु। मुख्य चुनाव आयुक्त ओमप्रकाश रावत ने ईवीएम के प्रति कुछ राजनीतिक दलों की आशंकाओं का निवारण करते हुए कहा कि मतदान की मशीनें आजमायी हुई हैं। कर्नाटक चुनाव में उपलब्धता के आधार पर एम-३ सीरीज की ईवीएम का इस्तेमाल होगा। राजनीतिक दलों और उच्चाधिकारियों से बैठक के बाद पत्रकारों को उन्होंने बताया कि उपलब्धता के आधार पर वीवी-पैट मशीनें सभी ईवीएम में लगायी जाएंगी। वे चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप देने बेंगलूरु आए हुए हैं। आयुक्त ने कर्नाटक चुनाव में आधुनिकतम चुनाव मशीनों का उपयोग करने की बात कही। उन्होंने कहा, कर्नाटक चुनाव वीवी-पैट चुनाव का अनिवार्य हिस्सा होगा। हालिया चुनाव में एम-२ संस्करण का बहुत इस्तेमाल हुआ्। हम देखेंगे कि हम आधुनिकतम उपकरणों का इस्तेमाल कर सकते हैं या नहीं? लेकिन स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के प्रति राजनीतिक पार्टियां आश्वस्त रहें, क्योंकि आयोग ने व्यवस्थित तरीके से योजना बनायी है।’’भाजपा, आएसएस और हिंदू समर्थक कार्यकत्ताओं की हत्या को लेकर भाजपा राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को संतोषजनक नहीं बता रही है। इस मुद्दे पर चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस सिलसिले में सभी ब़डे राजनीतिक दलों, पुलिस व प्रशासन के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक हुई है। इस मुद्दे पर कार्रवाई के लिए ऐसी और भी कई बैठक होंगी। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव में काले धन और उपहारों को रोकने के लिए आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को भी लगाया जाएगा। उच्च अधिकारियों के तबादले से वे खुश नजर नहीं आए। हासन के उपायुक्त सिंदुरी और रामनगर और हरिहर के अन्य अधिकारियों का तबादला किया गया है। इस सवाल पर कि चुनाव आयोग चुनाव नियमों का उल्लंघन करनेवालों के साथ कैसे पेश आएगा, उन्होंने कहा कि २०१३ विधानसभा और २०१४ के लोकसभा चुनाव के दौरान सभी आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। ज्यादातर मामले सुलझ गए हैं और बाकी मामले न्यायालय में विचारधीन हैं।
ईवीएम की विश्वसनीयता पर शक की जरुरत नहीं: चुनाव आयुक्त
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