बेंगलूरु। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने गोवा विधानसभा के उपाध्यक्ष माइकल लोबो के उस दावे को खारिज किया कि कर्नाटक ने महादयी नदी के पानी को बेलगावी जिले में डायवर्ट करने के लिए एक अंडरवाटर कैनाल का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि महादयी के अंतरराज्यीय पक्ष को देखते हुए कर्नाटक ने ऐसा कोई अवैध काम नहीं किया है। यहां संवाददतााओं से बात करते हुए उन्हांेने कहा कि गोवा सरकार के प्रतिनिधियों का गुपचुप तरीके से कलसा बंडूरी क्षेत्र का दौरा करना गलत था और हमारी सरकार नियमों के विरुद्ध कोई काम नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि महादयी नदी जल प्राधिकरण को चाहिए कि वह इसे देखे और अगर लोबो के आरोपों में कोई सच्चाई है तो वह निर्णय करे। गौरतलब है कि रविवार को गोवा विधानसभा स्पीकर प्रमोद सावंत के नेतृत्व गोवा के एक प्रतिनिधिमंडल ने बिना कर्नाटक सरकार को सूचित किए बेलगावी जिले के खानपुर क्षेत्र में महादयी बेसिन का दौरा किया था और बाद में गोवा में संवाददाताओं से कहा था कि कर्नाटक सरकार ने महादयी नदी के पानी को मलप्रभा नदी बेसिन में डायवर्ट करना शुरु कर दिया है। सिद्दरामैया ने कहा कि मैं प़डोसी राज्य के प्रतिनिधियों के इस बयान की निंदा करता हूं। ृय्द्यह्झ् यख्य्द्मय् ृय्ख्रत्र द्धद्मय् घ्रु·र्ैंय् ब्स् झ्ठ्ठणक्कह्फ्र् द्यय्ःद्भ ·र्ष्ठैं ्ययॅ उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गोवा के राजनेताओं की यह आदत बन गई है कि वे लगातार निराधार दावे करते हैं और महादयी जल बंटवारा मुद्दे पर कर्नाटक पर आरोप लगाते हैं। उन्होंने कहा, हम महादयी नदी के पानी में अपना हिस्सा पूछ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में ४५ टीएमसी फीट पानी आ रहा है जबकि २०० टीएमसी फीट से ज्यादा पानी अरब सागर में बहकर बर्बाद हो रहा है। उन्होंने दावा कि गोवा के नेता एक अधूरी परियोजना का निरीक्षण करने आए थे। उन्होंने कहा कि अगर अपनी यात्रा के बारे में वे हमें सूचित करते तो प्रोटोकॉल के हिसाब से हम उन्हें उचित सुरक्षा मुहैया कराते और परियोजना स्थल तक बेहतर आवागमन की सुविधा देते। उन्होंने कहा कि यदि किसी राज्य विधानसभा के अध्यक्ष जैसे पद पर रहने वाले व्यक्ति इस तरीके से प़डोसी राज्य की यात्रा करते हैं तो यह बेहद गलत है और देश की संघीय ढांचे के खिलाफ है।
गोवा प्रतिनिधिमंडल का दौरा संघीय ढांचे के खिलाफ : सिद्दरामैया
गोवा प्रतिनिधिमंडल का दौरा संघीय ढांचे के खिलाफ : सिद्दरामैया