कलबुर्गी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पिछले सप्ताह भाजपा की परिवर्तन यात्रा समापन रैली में राज्य की सत्तारुढ कांग्रेस सरकार के खिलाफ की गई टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस नेता लगातार मोदी पर निशाना साध रहे हैं। शनिवार को कलबुर्गी में राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं पर्यटन एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियंक खरगे ने मोदी को एक गैरजिम्मेदार प्रधानमंत्री करार दिया। यहां संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी को यह समझना चाहिए कि वे प्रधानमंत्री के पद पर बने हुए हैं। इसलिए जो कोई भी इस पद के साथ आते हैं उन्हें अपने पद का ध्यान रखना चाहिए और इस तहर की बातें नहीं करनी चाहिए जो उनके कद को छोटा करे। उन्होंने कहा कि मोदी का बेंगलूरु का भाषणसबसे गैर जिम्मेदाराना था। यदि प्रधान मंत्री गैर जिम्मेदाराना बोलते हैं, तो लोग राजनेताओं और लोकतंत्र पर विश्वास खो देंगे। लोगों के विश्वास का हिलना लोकतंत्र के लिए नुकसानदायक है। पाटिल ने कहा कि मुझे लगता है कि मोदी का यही इरादा था। कांग्रेस की सत्तासीन राज्य सरकार के खिलाफ प्रधानमंत्री द्वारा लगाए आरोपों का जवाब देते हुए पाटिल ने कहा कि न तो भाजपा और न ही मोदी को भ्रष्टाचार या कानून-व्यवस्था की स्थिति पर राज्य में शासन पर सवाल उठाने का नैतिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रमुख अमित शाह गंभीर आपराधिक अपराधों के आरोपों का सामना कर रहे हैं, इसी तरह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येड्डीयुरप्पा को भ्रष्टाचार के कारण जेल जाना प़डा था और उसके बाद भी मोदी राज्य की कानून और व्यवस्था तथा भ्रष्टाचार पर बात करते हैं। उन्होंने कहा कि यह मोदी ही थे जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे और गुजरात ने सबसे भीषण साम्प्रदायिक हिंसा को देखा जिसमें २,००० निर्दोष लोगों को बेरहमी से मार दिया गया अब वही व्यक्ति कर्नाटक में कानून और व्यवस्था के बारे में बात कर रहे हैं।द्बह्ख्रर् ·र्ैंह् ·र्ैंद्मय्श्चट्ट·र्ैं फ्द्य·र्ैंय्द्य झ्द्य ·र्ैंय्द्यश्चप्य्ंश्च फ्ष्ठ ्य·र्ैंफ्द्मष्ठ द्यह्·र्ैंय् त्र्य्?प्रधान मंत्री के ‘१० प्रतिशत रिश्वत ’’ टिप्पणी के जवाब में पाटिल ने सवाल किया कि पिछले तीन सा़ढे वर्षों में मोदी कर्नाटक में गंभीर भ्रष्टाचार को देखते हुए भी क्यों चुप रहे? एक प्रधान मंत्री के रूप में सभी जांच और कानून-लागू करने वाली एजेंसियां उनके नियंत्रण में हैं, फिर वह इन वर्षों में क्यों चुप थे? किसने उन्हें कार्रवाई करने से रोका? बस विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए मोदी निराधार आरोप लगा रहे हैं। उन्हांेने कहा कि भाजपा का कांग्रेस मुक्त कर्नाटक बनाने का सपना हमेशा एक सपना रहेगा क्योंकि लोगों को पता है कि जब भाजपा सत्ता में थी तब येड्डीयुरप्पा सहित कितने मंत्रियों को भ्रष्टाचार और कुशासन के लिए जेल में प़डा था। द्बर््यठ्ठद्भय् ·र्ष्ठैं फ्प्य्यह्र फ्ष्ठ द्नय्ख्त्रष्ठ ब्स्र द्बह्ख्रर्प्रियंक खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ऐसे संचार मोड का विकल्प चुना है जहां लोग केवल मोदी को सुन सकते थे न कि मोदी से सवाल कर सकते हैं। प्रधानमंत्री के संचार के साधन रेडिया और ट्विटर हैं, जहां लोगों को सुनने के लिए मजबूर किया जाता है और उनके पास सवाल करने का कोई अवसर नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी ने असहनीय सवालों से बचने के लिए मुख्यधारा की मीडिया की बातचीत से परहेज किया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में प्रधानमंत्री लोगों के प्रति जवाबदेह हैं। वह लोगों के साथ-साथ मीडिया, जिसके पास सवाल करने का अधिकार है, के सवालों का सामना करने की ि़जम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब इंदिरा गांधी और राजीव गांधी प्रधानमंत्री तब वे नियमित रूप से मीडिया से बात करते थे और उन्हें परेशानी भी होती थी लेकिन मोदी मीडिया से दूर भाग रहे हैं।
मोदी एक गैरजिम्मेदार प्रधानमंत्री हैं : कांग्रेस
मोदी एक गैरजिम्मेदार प्रधानमंत्री हैं : कांग्रेस