किसी का चरित्र हनन पूरी तरह से गलत : सिद्दरामैया

किसी का चरित्र हनन पूरी तरह से गलत : सिद्दरामैया

बेंगलूरु। फिल्मों की दुनिया से राजनीति में आई रम्या ने सोशल मीडिया पर हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी जारी की थी। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने सोमवार को इस टिप्पणी को गलत मानते हुए संकेतों में सभी नेताओं को संदेश दिया कि किसी व्यक्ति का चरित्र हनन करने वाली टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। रम्या इस समय कांग्रेस की कर्नाटक इकाई की सोशल मीडिया हैड हैं। उनके एक ट्वीट पर सीधी टिप्पणी करने से बचते हुए सिद्दरामैया ने कहा कि वह कभी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में असम्मानजनक बातें नहीं कह सकते। उन्होंने कहा, ’’किसी का चरित्र हनन गलत बात है। मैंने वह (रम्या की टिप्पणी) नहीं देखी है। मुझे नहीं पता कि उन्होंने प्रधानमंत्री के लिए ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया है अथवा नहीं। इसके बारे में आप उनसे ही पूछें, मुझसे नहीं। मैं कभी भी प्रधानमंत्री के बारे में असम्मानसूचक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करूंगा, क्योंकि हमने संविधान को स्वीकार किया है और संविधान में भारत को एक संघीय गणराज्य का स्वरूप दिया गया है। हमें संविधान के प्रावधानों के अनुरूप शासन कार्य करना होगा। हम इसके खिलाफ नहीं जा सकते।’’ गौरतलब है कि मंड्या की पूर्व सांसद रम्या ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक ट्वीट में लिखा था, क्या उन्होंने गांजा पी रखा है? इस टिप्पणी की तीखी निंदा हुई है। रम्या मोदी के भाषण में किसानों को केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताए जाने पर सवाल ख़डे करना चाहती थीं। अपने संबोधन में मोदी ने ’’टॉप’’ यानी टोमैटो (टमाटर), ओनियन (प्याज) और पोटैटो (आलू) का जिक्र किया था। रम्या ने ट्वीट किया, ’’क्या लोग गांजा पीने के बाद इसी प्रकार से बातें करते हैं?’’ इस ट्वीट का तीखा विरोध करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सूचना और तकनीक प्रभारी अमित मालवीय ने जवाबी ट्वीट किया, ’’कर्नाटक में सिद्दरामैया के कार्यकाल के दौरान ३,५०० किसानों ने आत्महत्या की है, जो देश के किसी भी अन्य राज्य से अधिक है लेकिन उनके बारे में बात की जाए तो कांग्रेस को लगता है कि गांजा पीकर बात की जा रही है!’’मालवीय ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ’’क्या राहुल गांधी दिव्य स्पंदन की इस टिप्पणी पर चुप्पी साध लेंगे? उन्होंने तो गुजरात चुनाव के समय प्रधानमंत्री के खिलाफ मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी के बाद पार्टी से अय्यर की सदस्यता निलंबित कर दी थी!’’

About The Author: Dakshin Bharat