भूख से मुक्ति की ओर बढ़ता कर्नाटक : राज्यपाल

भूख से मुक्ति की ओर बढ़ता कर्नाटक : राज्यपाल

बेंगलूरु। कर्नाटक राज्यपाल वजुभाई वाला ने कहा कि कर्नाटक भुखमरी से मुक्ति की दिशा में ब़ढता जा रहा है और इस सिलसिले में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। राज्यपाल १४वें विधानसभा को आखिरी बार संबोधित कर रहे थे। विधानसभा के संयुक्त सदनों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में सिद्दरामैया सरकार ने आर्थिक विकास, सामाजिक न्याय और समाज के तमाम वर्गों के लिए बहुत सारे कल्याणकारी कार्यों किए हैं। ३१ पृष्ठों के अपने संबोधन में राज्यपाल ने कांग्रेस सरकार के विभिन्न विकास कार्यक्रमों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में सरकार की उपलब्धियों के कारण कर्नाटक सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर भी काफी नाम कमाया है। राज्यपाल ने कहा कि कावेरी और कृष्णा बेसिन के पानी की यथोचित जरूरतों को पूरा करने और राज्य को न्याय दिलाने के मामले में उनकी सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। राज्यपाल ने यह भी कहा, महादयी बेसिन से हमारी जनता को पानी प्राप्त करने के अधिकार के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।’’ उन्होंने दोनों सदनों के सदस्यों को रचनात्मक सोच अपनाने तथा व्यापक व गहन विकास एजेंडा को लेकर विधायिकी रूपरेखा तैयार करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हमेशा से ही कर्नाटक विकास के मामले में अग्रणी रहा है और भविष्य में भी यह राज्य सफलता की सोपान पर आगे ब़ढता जाएगा।राज्यपाल वजुभाई वाला ने कहा कि राज्य सरकार ने २०१७-१८ में सरकारी संस्थानों से २२.२७ लाख किसानों दिए गए ८१६५ करो़ड रुपए कृषि को कर्ज माफ कर दिया है। पिछले सा़ढे चार वर्षों में ६.७४ लाख नए किसानों को ५३५२ करो़ड रुपए का कर्ज मुहैया कराया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि २३.४५ लाख किसानों को ११९२० करो़ड रुपए का ब्याज मुक्त कर्ज भी दिया गया है।राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने तमाम सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं को सारभौमिक स्वास्थ्य क्षेत्र योजना आरोग्य भाग्य योजना के अंतर्गत ले आयी है। तमाम तरह के आर्थिक या सामाजिक पृष्ठभूमि वाले १.४ करो़ड परिवारों को इसका फायदा मिलेगा। इस साल से स्वास्थ्य बीमा भी शुरू की जाएगी। इस परिवारों को वहनीय और बेहतरीन प्राथमिक, माध्यमिक सहित उच्च श्रेणी की चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी। ये तमाम सुविधाएं सरकारी तथा सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में दी जाएगी।

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