चेन्नई। रोटरी क्लब ऑफ मद्रास ईस्ट (आरसीएमई) के एक नए व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन थोरैपक्कम में तमिल राजभाषा, तमिल संस्कृति और पुरातत्व मंत्री के पंडियाराजन द्वारा किया गया।आरसीएमई ट्रस्ट द्वारा प्राथमिक चरण में इस केन्द्र की स्थापना पर ३५ लाख रुपए खर्च किए गए हैं। इस परियोजना में कुल निवेश करीब १ करो़ड होगा और यह समाज के पिछ़डे वर्ग के युवाओं की मदद करेगा। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संंबोधित करते हुए मंत्री ने कहा, एक सफल कैरियर बनाने के लिए शिक्षा और प्रशिक्षण दोनों आवश्यक हैं।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ऐसी किसी भी गतिविधि का समर्थन करेगी जो समाज के गरीब वर्गों को मदद पहुंचाती हो।मंत्री ने कहा कि इस वर्ष, तमिलनाडु कौशल विकास निगम लिमिटेड २० क्षेत्रों में शुरु की जाने वाली विभिन्न योजनाओं पर ८०० करो़ड रुपए खर्च कर रहा है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास के लिए कार्य करने वाले कौशल विकास निगमों में तमिलनाडु कौशल विकास निगम अग्रणी निगम बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की पहल से कोहलर इंडिया, ग्रैंडफोस इंडिया, इंडियन टेर्रन, फ्रेशवर्क्स और महिंद्रा प्राइड जैसे प्रतिष्ठित व्यापारिक संस्थान राज्य में व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र चलाने के लिए साझेदारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी कक्षा आठ पास युवक इन कौशल विकास केन्द्र में दाखिला लेकर टेलरिंग और पाइपलाइन में प्रशिक्षण ्रप्राप्त कर सकता है।उन्होंने बताया कि ग्रैंडफोर्स इंडिया आरसीएमई के साथ मिलकर एक कार्यक्रम प्रायोजित कर रहा है। यह एक ९०-दिवसीय प्रमाणित कार्यक्रम है, जहां छात्रों को विभिन्न प्रकार के पंपों के बारे में प़ढाया जाएगा, जिनमें पंप प्रणालियों की मरम्मत, रखरखाव आदि विषय शामिल है। पाठ्यक्रम एनएसडीसी (राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद) के अनुरूप होगा। इस पाठ्यक्रम के मॉड्यूल प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को ग्रैंडफोर्स इंडिया की उत्पादन इकाइयों में सैद्धांतिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस क्षेत्र में महिलाओं को प्रशिक्षण देने की भी योजना है। मंत्री ने बताया कि कौशल विकास केन्द्र के प्रत्येक कक्षा में २० छात्र होंगे और केंद्र प्रति वर्ष १००-१५० छात्रों को प्रशिक्षित करने की योजना बना रहा है, जिसमें कौशल विकास पर पूरक पाठ्यक्रम शामिल हैं। उन्होंने बताया कि महिंद्रा प्राइड भी कौशल विकास केन्द्र पर मूल्य आधारिक शिक्षा प्रदान करेगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि अभ्यर्थी कुशल होने के साथ ही व्यवहार कुशल भी हों। इस अवसर पर आरसीएमई के अध्यक्ष बी एस पुरुषोत्तम ने कहा, यह केंद्र गरीब और जरूरतमंदों तक संसाधनों को पहुंचाने के सिद्धांत के आधार पर स्थापित किया गया है।
कौशल विकास के लिए आवंटित सरकार ने आवंटित किए 800 करोड़
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