यूनियन बैंक की चेन्नई शाखा में सामने आया घोटाला

यूनियन बैंक की चेन्नई शाखा में सामने आया घोटाला

चेन्नई। हीरा व्यापारी नीरव मोदी और रोटोमैक कंपनी के प्रबंध मालिक विक्रम कोठारी द्वारा बैंकों के करो़डोंे रुपए डकार जाने का मामला शांत ही नहीं हुआ था कि चेन्नई में एक अग्रणी बैंक की शाखा द्वारा करो़डों रुपए का घोटाला सामने आया है। चेन्नई स्थित सिटी यूनियन बैंक की एक शाखा द्वारा करो़डों का घोटाला करने की बात सामने आई है। सिटी यूनियन बैंक से लगभग १३ करो़ड रुपए अवैध ढंग से दूसरे देशों में भेजे गए हैं।मीडिया के एक वर्ग में आ रही खबरों के अनुसार यह पैसे कैसे इस बैंक से दूसरे देश भेजे गए इसका सिटी यूनियन बैंक के खातों में कोई ब्यौरा दर्ज नहीं है। ऐसा बताया जा रहा है कि बैंक से स्वीफ्ट फाइनेंशियल सिस्टम के माध्यम से १३ करो़ड रुपए दूसरे देशों में भेजे गए। बैंक द्वारा जारी एक रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया गया है कि इसी वर्ष ७ फरवरी को बैंक की जांच में पाया गया कि स्विफ्ट सिस्टम से तीन बार फर्जी लेनदेन किया गया। इस घोटाले के सामने आने के बाद बैंक के अधिकारियों द्वारा अवैध ढंग से दूसरे देश भेजी गई राशि को वापस प्राप्त करने की दिशा में क्या कदम उठाए जा रहे हैं इसके बारे में कुछ भी नहीं बताया गया है। बैंक के सूत्रों के अनुसार अब यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि जिन प्राप्तकर्ता बैंकों को यह राशि भेदी गई थी वहां से इस नकदी को किसने प्राप्त किया। सिटी यूनियन बैंक में इस घोटाले के सामने आने के बाद इस बैंक के उपभोक्ताओं में भी चिंता देखी जा रही है। हालांकि बैंक के अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ताओं को इससे चिंता करने की जरुरत नहीं है और बैंक में उनके द्वारा जमा की गई राशि पूरी तरह से सुरक्षित है। सिटी यूनियन बैंक की ओर से बताया गया है कि संपर्ककर्ता बैंकों के जरिए धन हस्तांतरण तो कर दिया गया लेकिन हस्तांतरण के लिए कोई अनुरोध नहीं किया गया था। पहले हस्तांतरण के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है लेकिन सूत्रों के अनुसार दूसरा हस्तांतरण फ्रैंकफर्ट के स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक से तुर्की के एक खाते में ३ लाख यूरो (करीब ४ लाख डॉलर) भेजने से जु़डा है, वहीं तीसरा फर्जी हस्तांतरण १० लाख डॉलर का है, जिसे न्यूयॉर्क के बैंक ऑफ अमेरिका से चीन स्थित बैंक को किया गया। बैंक की ओर से अभी इस घोटाले के बारे में और अधिक जानकारी नहीं दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि बैंक ने इस मामले की आंतरिक जांच के लिए विशेष कमेटी गठित कर दी है।

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