बेंगलूरु। शहर में गुरुवार को एक पांच मंजिला निर्माणाधीन इमारत के गिरने से मलबे में दब कर दो मजदूरों की मौत हो गयी। अन्य सात मजदूर घायल हुए। मलबे में अभी और कम से कम दस मजदूरों के दबे होने की आशंका जतायी जा रही है। गौरतलब है कि यह निर्माण कार्य सरजापुर रोड के आईटी हब के करीब कासवनाहल्ली में चल रहा था। फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने इस दुर्घटना की जानकारी देते हुए बताया कि फायर ब्रिगेड ने मलबे से आठ मजदूरों को निकाला, जिसमें से एक की अस्पताल में मौत हो गयी, जबकि अन्य कुछ मजदूरों को गंभीर चोट आयी है। इस दुर्घटना के बारे में पुलिस उपायुक्त अब्दुल अहद ने बताया कि आज शाम के लगभग चार बजे यह दुर्घटना घटी। घटना स्थल पर तुरंत फायर ब्रिगेड पहुंचा और बचाव का कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि इस निर्माणाधीन इमारत के मालिक की पहचान रफिक के रूप में हुई है। दुर्घटनास्थल पर बीबीएमपी इंजीनियर ने कहा कि इस निर्माणाधीन इमारत का निर्माण कार्य छह साल पहले शुरू हुआ था। लेकिन पिछले साल निर्माण कार्य बंद हो गया। उसके बाद छह महीने पहले निर्माण कार्य फिर से शुरू हुआ था। उन्होंने बताया कि इमारत के मालिक ने पहले अपार्टमेंट बनाने की अनुमति ली थी, लेकिन अब इसे व्यावसायिक इमारत बनाने के लिए निचली मंजिल में वह कुछ बदलाव कर रहा था। उसके बाद यह हादसा हुआ। घटना स्थल पर बेंगलूरु विकास मंत्री केजे जॉर्ज, महानगर पालिका के आयुक्त मंजुनाथ ने भी घटना स्थल का दौरा किया। पुलिस आयुक्त टी सुनील कुमार ने बताया कि बिल्डिंग क्यों गिरी इन कारणों का पता जांच के बाद ही चल पाएगा। इस निर्माणाधीन भवन के मालिक का भी पता लगाया जा रहा है। इस मौके पर सुनील कुमार ने बताया कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में कावेरी विवाद को लेकर निर्णय सुनाया जाएगा। निर्णय क्या आता है यह तो कल ही पता चलेगा लेकिन उसके मद्देनजर शहर में विशेष सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। शहर में १५ हजार से अधिक पुलिसकर्मी, ७० कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस कम्पनी, ३० सिटी आर्म्ड रिजर्व पुलिस कम्पनी को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है।
निर्माणाधीन भवन गिरने से दो की मौत, सात घायल
निर्माणाधीन भवन गिरने से दो की मौत, सात घायल