चेन्नई/दक्षिण भारतराज्य की विपक्षी पार्टियों द्वारा कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) गठित करने में केन्द्र सरकार द्वारा की गई देरी के विरोध में किया जा रहा विरोध प्रदर्शन मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। मंगलवार को द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के कार्यकर्ताओं ने शहर में लगभग १० स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया। स्टालिन ने मंगलवार को प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की सत्तारुढ अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) सीएमबी के गठन के लिए केन्द्र सरकार पर दबाव बनाने में पूरी तरह से विफल रही और अब यह इस मुद्दे पर भूख ह़डताल कर ड्रामा कर रही है ताकि यह अपनी विफलता को ढक सके।डट्टय्यध्द्म द्मष्ठ द्नरूक्व ब्ठ्ठणक्कत्रय्ध् ·र्ैंह् द्धत्रय्द्भय् ्यख्रक्वय्प्य्उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक के नेता सीएमबी का गठन नहीं करने के कारण केन्द्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। स्टालिन ने मंगलवार को सत्तारुढ अन्नाद्रमुक द्वारा सीएमबी के समर्थन में की जा रही राज्य व्यापी ह़डताल के बारे में पूछे जाने पर पत्रकारों से कहा कि सत्तारुढ पार्टी में पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों की बैठक में केन्द्र सरकार के खिलाफ सर्वसम्मति से एक निंदा प्रस्ताव पारित करने तक की हिम्मत नहीं थी लेकिन अब यह ऐसा दिखाने की कोशिश कर रही है कि यह कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन को लेकर चिंतित है। उन्होंंने कहा कि यह भूख ह़डताल महज एक दिखावा है।फ्žय्र्य्ङैंढ्ढण झ्य्ट्टर्श्च द्मष्ठ द्मब्र््र द्धरुध्य्ंश्च फ्प्श्चख्रध्र्द्भ द्धस्ट्ठ·र्ैंस्टालिन ने कहा कि यदि सत्तारुढ पार्टी कावेरी मुद्दे को सुलझाने की इच्छुक होती तो यह सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सीएमबी गठित करने के लिए निर्धारित समय सीमा समाप्त होने के तुरंत बाद एक सर्वदलीय बैठक बुलाती और इस मुद्दे पर सभी दलों से विचार विमर्श करने के बाद कोई ठोस कदम उठाती जबकि इसने ऐसा नहीं किया। सीएमबी गठित करने की समय सीमा समाप्त होने के बाद इसने सिर्फ अपने मंत्रियों के साथ एक बैठक बुलाई और इस बैठक के बाद इस बात की भी जानकारी नहीं दी कि बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा की गई।त्त्श्नद्बरु·र्ैं ्यप्थ्य्द्भ·र्ैं ॅद्ब फ्रुद्धश्नद्ब्यह्लय्द्भद्ब ्यख्द्यत्रय्द्यइसी क्रम में मंगलवार को द्रमुक के साथ ही कांग्रेस, विदुतलै चिरुतैगल कच्चि (वीसीके) तथा वाम पार्टियों के कार्यकर्ताओं द्वारा पिछले दो दिनों से किया जा रहा विरोध प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। राज्य के सभी जिला मुख्यालयों मंें द्रमुक के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। स्टालिन ने पत्रकारों से कहा कि द्रमुक यह विरोध प्रदर्शन राज्य की सत्तारुढ पार्टी की विफलता को उजागर करने के लिए अपना यह विरोध प्रदर्शन जारी रख रही है। पुलिस ने मंगलवार को कई द्रमुक नेताओं को विरोध प्रदर्शन करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए द्रमुक नेताओं में सैदापेट के विधायक एम सुब्रमणियम भी शामिल थे। एम सुब्रमणियम ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ माडिपाक्कम में स़डक जामकर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें स़डक से हटने का अनुरोध किया लेकिन जब इसके बावजूद भी वह वहां से नहीं हटे तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में उन्हें छो़ड दिया गया।विपक्षी पार्टियों के विरोध प्रदर्शन के कारण मंगलवार को शहर में कई स्थानों पर यातायात बाधित हुआ। शहर के आरके नगर, टी नगर और पझवंतगत में यातायात बाधित हुआ। अन्ना सालै पर वीसीके के एक कार्यकर्ता द्वारा कांच की बोतल फेंकने के कारण एक कांस्टेबल जख्मी हो गया। तेनमपेट के निकट विरोध प्रदर्शन करने के कारण अन्ना सालै पर वाहनों की लंबी कतार लग गई जिसके बाद पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया और यातायात व्यवस्था बहाल की। चेपॉक में अन्नाद्रमुक द्वारा की जा रही भूख ह़डताल के कारण भी वाहनों को दूसरी रुट पर मो़ड दिया गया जिससे वाहन चालकों को परेशानी हुई। हालांकि विरोध प्रदर्शन के बावजूद महानगर परिवहन निगम(एमटीसी) की सेवाएं प्रभावित नहीं हुई।
तीसरे दिन भी विपक्षी पार्टियों ने किया प्रदर्शन
तीसरे दिन भी विपक्षी पार्टियों ने किया प्रदर्शन