चेन्नई। मंगलवार को शहर के चेपॉक स्थित एमए चिदंबरम स्टेडियम के बाहर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। तमिल संगठनों के कार्यकर्ता सुबह नौ बजे ही स्टेडियम के बाहर जमा हो गये और कावेरी मुद्दे को लेकर आईपीएल मैचों का विरोध प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। पुलिस को इस बात का अंदेशा पहले से ही था कि आईपीएल मैच का विरोध प्रदर्शन किया जा सकता है इसलिए स्टेडियम के बाहर लगभग दो हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था।झ्रु्यध्फ् ·र्ैंर् द्बह्रज्रूख्रख्र् ·र्ष्ठैं द्धय्प्ज्रूख्र ब्रुृय् झ्श्नख्रप्रय्श्चद्मकुछ तमिल संगठनों और राज्य की कुछ राजनीतिक पार्टियां पिछले कुछ समय से केन्द्र सरकार द्वारा कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) और कावेरी जल नियामक समिति (सीडब्ल्यूआरसी) का गठन नहीं करने पर आईपीएल मैच को रद्द करने की मांग कर रही थीं। हालांकि इसके बावजूद मैच को रद्द नहीं किया गया थीं जिससे यह पार्टियां और तमिल संगठन नाराज हैं। पुलिस की मौजूदगी के बावजूद तमिल संगठनों और राजनीतिक पार्टियों ने विरोध प्रदर्शन किया।ट्टर्ॅद्मफ्र्ॅ द्मष्ठ ज्य्द्यर् ्य·र्ैंॅ द्मॅ ्यख्रप्रय्य् ्यद्मख्रश्चष्ठप्रय्इन प्रदर्शनकारियों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के बीच तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा स्टेडियम में क्रिकेट देखने के लिए आने वाले दर्शकों के लिए मंगलवार को नए दिशा निर्देश जारी किए गए। स्टेडियम के प्रवेश द्वार के निकट और स्टेडियम की दीवारों पर दर्शकों को दिशा निर्देश बताने वाले पोस्टर चिपकाए गए थे। इन पोस्टरों में दर्शकों से अनुरोध किया गया कि वह स्टेडियम के अंदर किसी भी प्रकार का बैनर, पोस्टर, मोबाइल फोन, रिमोट कंट्रोल वाली कार की चाभी और कोई भी इलेक्ट्रॉनिक वस्तु लेकर प्रवेश नहीं करें।ृय्ंश्चझ्र्ॅध् ·र्ैंह् ·र्ैंय्प्ष्ठद्यर् द्बरुसष्ठ फ्ष्ठ ज्ह्ठ्ठणक्कद्मष्ठ झ्द्य द्मय्द्यय्ज् ्यख्रक्वष्ठ ख्रप्रय्श्च·र्ैंमैच देखने वाले दर्शकों ने आईपीएल का विरोध करने और टीएनसीए की ओर से जारी किए गए नए दिशा निर्देशों पर नाराजगी जाहिर की। दर्शकों का कहना था कि कावेरी मुद्दे को लेकर आईपीएल मैचों का विरोध करना सही नहीं है। दर्शकों का कहना था कि राजनीतिक पार्टियों और तमिल संगठनों को यह समझना चाहिए कि आईपीएल मैच के आयोजन की अनुमति देने वाले बीसीसीआई, आईपीएल की टीमों और इससे जु़डे खेल एसोसिएशनों की कावेरी प्रबंधन बोर्ड या कावेरी जल नियामक समिति का गठन करने में किसी प्रकार की भूमिका नहीं होती ऐसे मेें इसका विरोध करना अनुचित है।ट्टर्ॅद्मफ्र्ॅ ·र्ष्ठैं द्मॅ ्यख्रप्रय्य् ्यद्मख्रश्चष्ठप्रय्ह्र द्मष्ठ द्नर् ख्रप्रय्श्च·र्ैंह्र ·र्ैंह् ्य·र्ैंद्भय् द्मय्द्यय्ज्स्टेडियम के बाहर मौजूद दर्शक टीएनसीए द्वारा दिशा निर्देशों को लेकर कहा कि स्टेडियम के अंदर पानी की बोतल ले जाने पर प्रतिबंध लगाना तो सही है क्योंकि कभी दर्शकों द्वारा खिलाि़डयों पर प्लास्टिक की बोतलें फेंक दी जाती हैं लेकिन स्टेडियम मंें मोबाइल फोन और चाभी ले जाने पर प्रतिबंध लगाना समझ से परे हैं। दर्शकों का कहना था कि उन्होंने इंट्री लेवल के टिकटों के लिए १३०० रुपए में एक टिकट खरीदा है और इसके बाद भी उन्हें इस प्रकार की बाध्यताओं का सामना करना प़ड रहा है इससे अच्छा तो यह होता कि वह अपने घर पर ही टेलीविलन पर मैच का लुत्फ उठा लेते।र्ींू ्यज्ध्ह्र ·र्ष्ठैं द्धद्ब द्यह्थ्र् ख्रडत्रष्ठ ·र्ैंह् ्य·र्ैंद्भय् ख्द्भय् त्रस्द्मय्त्रस्टेडियम के अंदर और बाहर पुलिस काफी मुस्तैद नजर आ रही थी। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी खुद स्टेडियम के निकट मौजूद थे और सुरक्षा व्यवस्था बनाने के लिए पुलिसकर्मियों को समुचित दिशा निर्देश दे रहे थे। सुरक्षा के लिहाज से १५ जिलों के बम रोधि दस्तों को बुलाया गया था। स्टेडियम के साथ ही बम रोधी दस्तांे को बम खोजने में निपुण श्वान दस्ते के साथ विक्टोरिया हॉस्टल रोड पर भी तैनात किया गया था। पुलिस अधिकारियों ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है। स्टेडियम में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों की जांच करने के लिए पुलिसकर्मियों को हाथ में पक़डने योग्य आईईडी डिटेक्टर उपकरण उपलब्ध करवाए गए थे। स्टेडियम के अंदर भी श्वान दस्तों को तैनात किया गया था।
तमिल संगठनों ने आईपीएल का विरोध करते हुए की नारेबाजी
तमिल संगठनों ने आईपीएल का विरोध करते हुए की नारेबाजी