वीवीपैट मशीनें मिलने पर येड्डीयुरप्पा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखा पत्र

वीवीपैट मशीनें मिलने पर येड्डीयुरप्पा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखा पत्र

बेंगलूरु/दक्षिण भारतविजयपुरा जिले के बसवन बागेवा़डी तालुक स्थित मांगुली गांव में वीवीपैट मशीनों के ८० खाली डिब्बे व सूटकेस पाए जाने के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येड्डीयुरप्पा ने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत को पत्र लिखकर इसे गंभीरता से लिए जाने की उम्मीद जताई है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि इन मशीनों का मिलना यह संकेत देता है कि १२ मई को हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में गंभीर अनियमितताएं बरती गईं्। इसके साथ ही चुनाव आयोग का यह दावा भी खोखला साबित हुआ है कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीके से करवाया गया था। यह पहली बार नहीं है कि चुनाव प्रक्रिया के संचालन में इस प्रकार की अनियमितता के बारे में चुनाव आयोग का ध्यान आकृष्ट किया गया हो। चुनाव की पूर्व संध्या पर हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं ने संबंधित अधिकारियों को कई धांधलियों की सूचना दी थी। इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।येड्डीयुरप्पा ने अपने पत्र में कहा कि चुनाव प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाने वाले कई अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के प्रत्याशियों की इच्छा के अनुसार उन्हें खुश करने की कोशिश करते पाए गए थे। इन अधिकारियों ने खास तौर पर सत्तासीन कांग्रेस पार्टी को फायदा पहुंचाने की कोशिश की। उनकी अवैध गतिविधियों को देखने और समझने के बावजूद चुनाव अधिकारियों ने चुप्पी साधे रखी। उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है, ’’मेरी धारणा यह है कि बीदर और कलबुर्गी जिलों के कई विधानसभा क्षेत्रों में पुलिस अधिकारियों ने भी खुद कांग्रेस प्रत्याशियों को मतदाताओं के बीच शराब और पैसे बांटने में मदद की। इनके विषय में भाजपा नेताओं की किसी शिकायत पर विचार नहीं किया गया और न ही किसी चुनाव अधिकारी पर शिकायत का कोई असर देखने को मिला। मुझे यह जानकर हैरत हुई कि कई विधानसभा क्षेत्रों में तैनात अधिकारियों ने इस तरह से पक्षपातपूर्ण व्यवहार कर भाजपा की विरोधी पार्टियों को मदद पहुंचाई।’’ उन्होंने एक टिन शेड के पास वीवीपैट मशीनें मिलने की घटना का जिक्र करते हुए दावा किया कि इसे छोटी-मोटी घटना के रूप में नहीं देखा जा सकता है। इससे चुनाव में धांधलियों का साफ संकेत मिलता है। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि इस मामले में जिम्मेदार पाए जाने वाले चुनाव अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए्। साथ ही, इस प्रकार की सभी घटनाओं पर चुनाव आयोग से उचित रुख अख्तियार करने की अपील की गई है, जिसमें जरूरत प़डने पर संबंधित विधानसभा सीटों पर दोबारा मतदान करवाने का कदम भी शामिल है। येड्डीयुरप्पा ने कहा कि इस प्रकार के कदम से चुनाव प्रक्रिया पर आम जनता का भरोसा लौट सकेगा। इसके लिए चुनाव आयोग को चुनावी धांधलियों पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।

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