चेन्नई। मंगलवार को ज्वाइंट एक्शन कमेटी ऑफ तमिलनाडु टीचर्स ऑर्गेनाइजेशन- गर्वमेंट टीचर्स आर्गेनाइजेशन (जैक्टो-जीईओ) के सदस्य शहर में राज्य सचिवालय के सामने विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे लेकिन पुलिस ने इन शिक्षकांे को कामराज सालै पर ही रोक दिया गया। शिक्षक संघ ने शनिवार को ही यह घोषणा की थी वह अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करेंगे जिसके बाद रविवार रात को जैक्टो जीईओ के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था ताकि यह विरोध प्रदर्शन नहीं किया जा सके लेकिन इसके बावजूद भी मंगलवार को भारी संख्या में जैक्टो-जीईओ के सदस्य सुबह-सुबह ही पहुंच गए।पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोपहर तक राज्य सचिवालय के बाहर से १,४६० सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। सचिवालय पहुंचने से रोके गए कुछ सदस्यों को वालजा रोड पर स़डक रोक कर विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की जिससे ट्रैफिक जाम हो गया। स़डक जाम कर यातायात प्रभावित करने वाले ५० प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने बाद मंें वहां से जबरन हटाया जिसके बाद जाकर यातायात वयवस्था बहाल हो सकी। हालांकि प्रदर्शनकारियों के कारण लगभग १ घंटे तक वालजा रोड पर यातायात बाधिक रहा।पुलिस जैक्टो-जीईओ के सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद राजनाथिनम स्टेडियम और शहर के विभिन्न विवाह मंडपों पर ले जाया गया। ज्ञातव्य है कि शिक्षकों द्वारा पुरानी पेंशन योजना वापस लाने और वेतन आयोग की सिफारिश में विसंगतियों को सुधारने के साथ ही अपनी विभिन्न मांगों को पिछले एक वर्ष से मांग की जा रही है। शिक्षकों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को मानने के लिए तैयार नहीं है और इसकी मांग करने वाले शिक्षकों पर मामले दर्ज किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए और प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए करीब ६,००० पुलिसकर्मियों को शहर के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया था। ट्रिप्लीकेन पुलिस स्टेशन, चेपॉक गेस्ट हाउस के सामने, मद्रास विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा भवन के पास और एमजीआर स्मारक के सामने पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड लगाए गए थे। सूत्रों के अनुसार जैक्टो-जीईओ के सदस्य सभी जिलों में कलेक्टर कार्यालयों के सामने प्रदर्शन करने की योजना बना रहे थे। इसी बीच, विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए मंगलवार सुबह शहर में अन्य जिलों के सदस्य चेन्नई पहुंच गए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।इसके साथ ही मंगलवार की सुबह जैक्टो-जीईओ के प्रमुख सदस्यों को राज्य के विभिन्न हिस्सों में चेन्नई के लिए रवाना होते समय ही गिरफ्तार किर लिया गया ताकि वह विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए चेन्नई नहीं पहुंच सके। ज्ञातव्य है कि सोमवार को मंत्री डी जयकुमार ने कहा कि ७० प्रतिशत सरकारी राजस्व कर्मचारियों के कल्याण पर खर्च किया जाता है और उन्होंने शिक्षकों से अपना विरोध प्रदर्शन वापस लेने का भी अनुरोध किया था।जैक्टो-जीईओ सदस्यों की ब़डी संख्या में शहर में पहुंच जाने के कारण मरीना बीच पर भी सुरक्षा व्यवस्था बढा दी गई। दोपहिया वाहनों को मरीना बीच की ओर जाने से रोक दिया गया। मरीना बीच को जलीकट्टू के समर्थन में किए गए आंदोलन के दौरान उपयोग किया गया था जिसके बाद यहां पर विरोध प्रदर्शन करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पुलिस ने एहतियात बरतते हुए मरीना बीच की ओर जाने वाली स़डकों पर वाहनों का आवागमन रोक दिया ताकि जैक्टो-जीईओ के सदस्य वहां विरोध प्रदर्शन नहीं कर सकें।इस बीच, पापनाशम के रहने एक एक दृष्टिबाधित विकलांग शिक्षक त्यागराजन की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। त्यागराजन को अपने अन्य सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर शहर के एक विवाह मंडपम में ले जाया गया जहां पर उसकी मौत हो गई जिसके बाद उसके शव को राजीव गांधी सरकारी सामान्य अस्पताल भेज दिया गया।
जैक्टो-जीईओ के हजारों सदस्यों ने शहर में किया विरोध प्रदर्शन
जैक्टो-जीईओ के हजारों सदस्यों ने शहर में किया विरोध प्रदर्शन