नई दिल्ली/चेन्नई। मुख्यमंत्री ईडाप्पाडी के पलानीस्वामी बुधवार को दिल्ली पहुंचे और प्रधानमंंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हुई देश के सभी मुख्यमंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया। यह बैठक राष्ट्रपिता महत्मा गांधी की १५० वीं जन्म जयंती पर देश के सभी राज्यों में लागू की जाने वाली योजनाओं पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी। हालांकि इस बैठक से इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ उनकी व्यक्तिगत मुलाकात नहीं हो पाई लेकिन उन्होंने दिल्ली में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में इस बात की उम्मीद प्रकट की कि केन्द्र सरकार द्वारा कावेरी प्रबंधन बोर्ड का गठन किया जाएगा।द्बरुद्भद्बैंॠर् ·र्ैंय् ब्रुृय् ख्द्बश्चज्ह्प्रय्र् फ्ष्ठ डप्य्ख्त्रपलानीस्वामी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मेरी व्यक्तिगत मुलाकात नहीं हो पाई है लेकिन यदि मुझे उनसे मिलने के लिए समय मिल जाता है तो मैं उनसे मुलाकात करुंगा और कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन का मुद्दा उनके समक्ष रखूंगा। उनसे जल्द से जल्द बोर्ड और कावेरी जल नियामक समिति(सीडब्ल्यूआरसी) का गठन करने का अनुरोध करुंगा। बुधवार की सुबह ही पलानीस्वामी विमान से नई दिल्ली पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम(अन्नाद्रमुक) के वरिष्ठ नेता और लोकसभा के उपाध्यक्ष एम थंबीदुरै ने मुख्यमंत्री का फूलों का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए अन्नाद्रमुक के कई सांसद भी हवाईअड्डे पर मौजूद थे और काफी गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया।·र्ैंय्द्मरूद्मर् ्यप्प्रय्ष्ठप्तख़्य्ह्र ·द्द फ्य्त्र् ·र्ैंर् घ्घ्य्श्चप्रधानमंत्री की अगुवाई में होने वाली बैठक में शामिल होने के बाद पलानीस्वामी नई दिल्ली स्थित तमिलनाडु भवन पहुंचे। यहां उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में कावेरी मुद्दे पर राज्य सरकार का पक्ष रखने वाले कानूनी विशेषज्ञों के साथ बैठक की और उन्होंने इस मामले की प्रगति के बारे में चर्चा की। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने कानूनी विशेषज्ञों से अनुरोध किया कि वह इस मामले में राज्य के हित से संबंधित कानूनी पहलुओं को बेहतर ढंग से न्यायालय के समक्ष रखें ताकि न्यायालय द्वारा राज्य के हित में निर्देेश दिया जाए। कावेरी मुद्दे पर अगली सुनवाई ३ मई को शुरु होगी और इस दौरान केन्द्र सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय को कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन की प्रगति से अवगत कराया जाएगा।ृस्त्रय्य्त्त्श्नद्बरु·र्ैं ·द्द फ्य्ैंफ्ख्रह्र ·द्द फ्य्त्र् ·र्ैंर् द्धस्ट्ठ·र्ैंपलानीस्वामी अपने इस दौरे के दौरान तमिलनाडु भवन में पार्टी के सभी सांसदों से भी मुलाकात की। गौरतलब है कि अन्नाद्रमुक के सांसदों ने पिछले संसद सत्र के दौरान सदन के भीतर कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग का मुद्दा उठाया था और इस मुद्दे पर संसद में इतना हंगामा किया था कि संसद की कार्रवाई बाधित करनी प़डी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार पलानीस्वामी ने सांसदों को कावेरी मुद्दे को संसद में मजबूती से उठाने के लिए धन्यवाद दिया और उनसे इसी प्रकार राज्य के हितों से जु़डे मामलों पर मजबूती के साथ अपना पक्ष रखने का अनुरोध किया। उन्होंने तमिलनाडु भवन में लगभग आधे घंटे तक लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों के साथ बातचीत की।द्यय्ःद्भ द्बष्ठ्र ध्ख्य्त्रय्द्य फ्र्ॅद्बद्धर् द्बरुसष्ठ झ्द्य ब्ह् द्यब्य् ब्स् झ्श्नख्रप्रय्श्चद्मज्ञातव्य है कि इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में शामिल होने के लिए चेन्नई के दौरे पर पहुंचे थे उस समय भी पलानीस्वामी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी और उन्हें कावेरी प्रबंधन बोर्ड का गठन करने की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा था। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन के लिए केन्द्र सरकार को दी गई समय सीमा के बाद भी इसका गठन नहीं होने के बाद से ही लगातार राज्य में इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी द्रवि़ड मुनेत्र कषगम(द्रमुक) के साथ ही अन्य विपक्षी पार्टियों द्वारा लगातार सीएमबी और सीडबल्यूआरसी के गठन के लिए राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। केन्द्र सरकार ने सीएमबी के गठन के लिए सर्वोच्च न्यायालय से ३ मई तक का समय मांगा है।
पलानीस्वामी ने दिल्ली में मुख्यमंत्रियों की बैठक में लिया हिस्सा
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