भगवान अयप्पा मंदिर के दर्शन बंद, वार्षिक तीर्थयात्रा समाप्त

 सोने के आभूषणों से युक्त 'तिरुवाभरणम बॉक्स की वापसी का जुलूस हुआ रवाना


सबरीमाला (केरल)/दक्षिण्ा भारत/ विश्व प्रसिद्ध भगवान अयप्पा मंदिर गुरुवार की सुबह पंडलम पैलेस के शाही प्रतिनिधियों के पारंपरिक दर्शन के बाद वार्षिक तीर्थयात्रा की समाप्ति के साथ ही बंद कर दिया गया। अनुष्ठान ने मंदिर के प्रधान पुजारी (मेलसंथी) एन परमेश्वरन नंबूदिरी ने 'पनक्किझी (मंदिर में पूजा के आयोजन के लिए दिया गया पैसा) और श्रीकोविल की शाही परिवार के सदस्य 'मूलमनल' शंकर वर्मा को सौंप दी। शाही प्रतिनिधि के दर्शन से पहले मकरविलक्कु समारोह के दौरान अयप्पा की मूर्ति पर सजे हुए पवित्र सोने के आभूषणों से युक्त 'तिरुवाभरणम बॉक्स की वापसी का जुलूस आज सुबह पंडालम के लिए रवाना हुआ।
भक्तों को बुधवार को देर रात 11 बजे श्रीकोविल (गर्भगृह) के बंद होने तक ही मंदिर में पूजा-अर्चना करने की अनुमति दी गई थी। मलिकप्पुरम देवी के 'थिदंबु को ले जाने वाला पांच दिवसीय जुलूस भी मंगलवार को समाप्त हो गया। उस दिन सरमकुठी के लिए प्रथागत 'यथरा भी आयोजित किया गया था। भगवान अयप्पा के पहाड़ी देवताओं के आशीर्वाद के लिए आयोजित वार्षिक प्रसाद 'गुरुथी भी बुधवार को 'अथज पूजा के बाद आयोजित किया गया। 

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