शिवमोग्गा: हर्षा की अंतिम यात्रा के दौरान तनाव, पुलिस रही मुस्तैद

यह हमला 20 फरवरी को किया गया था, जब कार्यकर्ता को चाकू से गोद दिया गया


शिवमोग्गा/दक्षिण भारत। चाकू से हमले में जान गंवाने वाले बजरंग दल के सदस्य हर्षा (23) की अंतिम यात्रा के दौरान सोमवार को शहर में तनाव का माहौल रहा। हालांकि इस दौरान पुलिस मुस्तैद रही, लेकिन कुछ जगह पथराव और वाहनों को क्षतिग्रस्त करने की सूचना मिली।

एक रिपोर्ट के अनुसार, एनटी रोड पहुंचते ही अंतिम यात्रा में शामिल लोगों पर पथराव किया गया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और स्थिति पर काबू पाया। पुलिसकर्मियों ने अंतिम यात्रा के लिए रास्ता बनाया।

पथराव में एक फोटो पत्रकार, एक पुलिसकर्मी और एक नागरिक के घायल होने की बात सामने आई है। वहीं, एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि कम से कम 20 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।

अंतिम यात्रा जिस रास्ते से गुजरी, वहां दुकानें सुबह से ही बंद रहीं। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके विद्यानगर, आजाद नगर, क्लार्कपेट और सीगेहट्टी थे। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि हत्यारे जल्द ही पकड़े जाएंगे।

अब तक 2 गिरफ्तार
पुलिस अधिकारियों ने हर्षा की हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह हमला 20 फरवरी को किया गया था, जब कार्यकर्ता को चाकू से गोद दिया गया। उन पर भारती कॉलोनी की रवि वर्मा गली में अज्ञात हमलावरों ने हमला किया था।

मीडिया से बात करते हुए एडीजीपी मुरुगन ने कहा, 'शिवमोग्गा में दो दिनों के लिए निषेधाज्ञा लागू की गई है। दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच जारी है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'

उन्होंने कहा, 'जांच के बाद आरोपियों का विवरण सामने आएगा। मैं जनता से राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद का अनुरोध करता हूं।'

विहिप ने की निंदा
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने उक्त घटना की निंदा की और आरोप लगाया कि यह उस 'जहर' का परिणाम है जो एक समुदाय में कट्टरपंथी फैला रहे हैं।

विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के नेतृत्व में 'टुकड़े-टुकड़े' गैंग तुष्टीकरण के नाम पर इस तरह का जहर फैलाने का काम करता है। उन्होंने मांग की कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, उनकी गतिविधियों पर अंकुश लगाएं।

क्या बोले कुमारस्वामी?
पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि हर्षा की हत्या पूर्व नियोजित थी लेकिन भाजपा ने कोई कार्रवाई नहीं की।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुमारस्वामी ने कहा, 'हर्षा के परिजन ने दावा किया है कि हत्या पूर्व नियोजित थी। दो साल पहले उन्हें योजना की जानकारी थी, फिर भाजपा ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?'

उन्होंने कहा, 'पिछले हफ्ते, जब हिजाब विवाद शुरू हुआ, मैंने भविष्यवाणी की थी कि इस तरह की घटना होगी। यह कांग्रेस और भाजपा की उपलब्धि है। उन्होंने इस राज्य की शांति को अस्थिर कर दिया।'

क्या बोले सिद्दरामैया?
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्दरामैया ने कहा कि हत्या गलत है, चाहे वह कोई भी व्यक्ति हो। उन्होंने घटना की निंदा की और कहा कि अपराध में शामिल लोगों को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हर्षा की हत्या की निंदा करता हूं। सरकार को अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।'

सिद्दरामैया ने कहा कि हर चीज के लिए कांग्रेस को दोष देना गलत है, पार्टी अहिंसा में विश्वास करती है। ऐसा न कहें कि यह कांग्रेस या एसडीपीआई है। सरकार को हत्या के लिए असली दोषियों को खोजने दें। उन्हें दोषियों को दंडित करने दें।

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