मैसूरु विवि: छात्र ने मजदूरी के साथ की पढ़ाई, 14 गोल्ड मेडल जीते

महादेवस्वामी को मैसूरु विश्वविद्यालय के 102वें दीक्षांत समारोह में सम्मानित किया गया


मैसूरु/दक्षिण भारत। अगर दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो इन्सान क्या नहीं कर सकता! इन शब्दों को सच कर दिखाया है कर्नाटक के पी महादेवस्वामी ने। चामराजनगर के नागावल्ली गांव के निवासी महादेवस्वामी दिहाड़ी मजदूर हैं। इससे वे अपने घर की जरूरतें पूरी करते हैं लेकिन पढ़ाई के प्रति जुनून ऐसा कि मैसूरु विश्वविद्यालय में 14 गोल्ड मेडल हासिल कर लिए। इसके अलावा 3 नकद पुरस्कार भी जीते हैं।

महादेवस्वामी को मैसूरु विश्वविद्यालय के 102वें दीक्षांत समारोह में सम्मानित किया गया। उनके पिता पुट्टबसवैया की 20 साल पहले मृत्यु हो गई थी, जब महादेवस्वामी शिशु ही थे। इससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

ऐसे मुश्किल हालात में उनकी मां नागम्मा ने सीमित संसाधनों से बेटे की पढ़ाई के लिए प्रबंध किया। बड़े भाई ने भी महादेवस्वामी को बहुत सहयोग दिया। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद महादेवस्वामी मजदूरी करने लगे ताकि कॉलेज की पढ़ाई का खर्चा निकाल सकें।

महादेवस्वामी ने मैसूरु विश्वविद्यालय से कन्नड़ में एमए किया। उन्होंने 2200 में से 1963 अंक अर्जित करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। उन्होंने कुल 14 गोल्ड मेडल भी जीते।

महादेवस्वामी इस सफलता का श्रेय अपनी मां और शिक्षकों को देते हैं। उन्होंने कहा कि वे डॉक्टरेट करना चाहते हैं। साथ ही सिविल सेवा परीक्षा देने के इच्छुक हैं।

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