बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने शनिवार को कहा कि शिवमोग्गा में 15 अगस्त को एक राजस्थानी युवक को चाकू मारने के आरोप में गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से एक का संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से है।
ज्ञानेंद्र शिवमोग्गा में एक सार्वजनिक स्थान पर हिंदुत्व विचारक सावरकर के पोस्टर को लेकर हुई हिंसक घटना का जिक्र कर रहे थे, जिसमें चार लोगों पर एक कपड़ा स्टोर के कर्मचारी प्रेम सिंह (20) को चाकू मारने का आरोप है।
इस मामले में पुलिस ने चार लोगों नदीम, रहमान, अहमद और मोहम्मद ज़बीउल्लाह को गिरफ्तार किया था।
एनआईए को सौंपी जाएगी जांच
गृह मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि ज़बीउल्लाह का मामला पृष्ठभूमि में देखने पर बेहद खौफनाक है। हमें जानकारी मिल रही है कि उसके विभिन्न आतंकवादी समूहों से संबंध हैं। हमें सबूत भी मिल रहे हैं। जल्द ही, यह मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया जाएगा।
की जा रही विशेष जांच
गृह मंत्री ने कहा, ‘क्या हम ऐसे लोगों से हमारे देश को बचाने की उम्मीद कर सकते हैं, जिनके आतंकवादी समूहों से संबंध हैं? ऐसे लोगों के साथ शांति बनाए रखने की उम्मीद कैसे करें? उनके खिलाफ विशेष जांच की जा रही है।’
फोन से होंगे खुलासे
वहीं, पुलिस सूत्रों के हवाले से प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि जब पुलिस ने ज़बीउल्लाह के फोन की जांच की, तो पता चला कि उसके आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के साथ संबंध हैं।
उनका कहना है कि गिरफ्तार शख्स पर पहले ही यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है।
हालांकि अभी स्पष्ट नहीं है कि ज़बीउल्लाह कितने समय से सक्रिय रूप से आतंकी समूहों के संपर्क में था। जांच में और विवरण सामने आ सकते हैं।
यह था मामला
उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त को हिंदूवादी संगठनों ने शहर के आमिर अहमद सर्कल पर सावरकर और दीनदयाल उपाध्याय के पोस्टर लगाए थे। इसके बाद दो समूहों में टकराव हो गया था।