कोरोना संकट के बाद बढ़ेगी कारों की बिक्री, ऑनलाइन वाहन खरीदना पसंद करेंगे उपभोक्ता: रिपोर्ट

कोरोना संकट के बाद बढ़ेगी कारों की बिक्री, ऑनलाइन वाहन खरीदना पसंद करेंगे उपभोक्ता: रिपोर्ट

कार.. प्रतीकात्मक ​तस्वीर.

नई दिल्ली/भाषा। कोविड-19 संकट के बाद उपभोक्ता कारों की ऑनलाइन खरीद की ओर रुख कर सकते हैं। परामर्शक कंपनी ईवाई की एक रिपोर्ट में कहा गया कि इस महामारी से निकलने के बाद उपभोक्ता ‘संपर्करहित’ खरीद को प्राथमिकता देंगे। यानी वे शोरूम जाने के बजाय कारों की ऑनलाइन खरीद करना पसंद करेंगे।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 के बाद भी लोग संक्रमण के डर और साफ-सफाई की कमी को लेकर खुद के वाहनों का इस्तेमाल अधिक करेंगे। यानी वे सार्वजनिक परिवहन के बजाय अपने वाहन से कहीं आना-जाना चाहेंगे। इससे कारों की बिक्री में गिरावट का रुख पलट सकता है।

ईवाई का कहना है कि ऐसे में खुदरा वाहन क्षेत्र को वर्चुअल बनना पड़ेगा और खुद को उपभोक्ता के व्यवहार में आए बदलावों के अनुकूल ढालना होगा। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘इस बात में कोई संदेह नहीं है कि कोविड-19 संकट के बाद ग्राहकों का झुकाव ऑनलाइन खरीदारी की ओर होगा। वे खरीद के संपर्करहित तरीके को पसंद करेंगे। संभवत: वाहन भी इसी श्रेणी में आएंगे।’

ईवाई ने कहा कि अभी भारतीय किसी कार के बारे में जानकारी लेने के लिए ऑनलाइन शोध करते हैं। लेकिन जागरूकता, विकल्पों और लचीलेपन की कमी की वजह से ऑनलाइन कारों की बिक्री नहीं के बराबर है। चीन में हाल में हुए एक अध्ययन का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि संक्रमण के डर और सार्वजनिक परिवहन माध्यमों में साफ-सफाई कमी की वजह से लोग अब खुद के वाहन का इस्तेमाल करना पसंद कर रहे हैं।

‘कोविड-19 संकट की वजह से जो एक विशेष बदलाव आया है कि वह यह कि लोग अब साझा या सार्वजनिक परिवहन के वाहनों के स्थान पर व्यक्तिगत वाहनों का अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वजह से कारों की बिक्री में गिरावट का रुख पलट सकता है। इसके साथ ही अब उपभोक्ता धारणा भी बदलेगी। ऐसे में कारों की ऑनलाइन बिक्री में तेजी आएगी।

ईवाई इंडिया के भागीदार और वाहन क्षेत्र के लीडर विनय रघुनाथ ने कहा, कोविड-19 के बाद भी लोग सामाजिक दूरी के दिशानिर्देशों का अनुपालन करेंगे। संपर्करहित खरीद ग्राहकों के साथ मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) और डीलरों सभी के लिए फायदे की स्थति है। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि मूल उपकरण विनिर्माता और डीलर ग्राहकों के व्यवहार में आए बदलाव के अनुकूल खुद को कितना ढाल पाते हैं।

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