नई दिल्ली/भाषा। उद्यमियों, किसानों और दूसरे जरूरतमंदों को कर्ज उपलब्ध कराने के लिए शामियाना लगाकर खुले में आयोजित ‘ऋण मेले’ में बैंकों ने नौ दिन में कुल मिलाकर 81,781 करोड़ रुपए का कर्ज वितरित किया। बैंकों की ओर से यह आयोजन एक अक्टूबर से शुरू किया गया।
वित्त सचिव राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि उद्यमियों और जरूरतमंदों तक सीधे पहुंच बनाने के इस कार्यक्रम के दौरान कुल 81,781 करोड़ रुपए का कर्ज दिया गया। इसमें 34,342 करोड़ रुपए का नया ऋण शामिल है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि बैंकों के पास पर्याप्त नकदी है और यह सुनिश्चित किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं कि बड़ी कंपनियों की तरफ से सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) को उनको बकाया जल्द से जल्द जारी कर दिया जाए।
सीतारमण ने कहा कि छोटे कारोबारियों को जरूरत के समय नकदी उपलब्ध कराने के लिए बैंकों से कहा गया है कि वे एमएसएमई क्षेत्र को ‘बिल डिस्काउंटिंग’ सुविधा के तहत नकदी उपलब्ध कराएं। एमएसएमई का बड़ी कंपनियों पर जो बकाया है उनके बिलों के एवज में बैंकों से लघु इकाइयों को नकदी उपलब्ध कराई जा सकती है।
बड़ी कंपनियों से कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय में दर्ज कराई गई रिटर्न के अनुसार एमएसएमई क्षेत्र का बड़ी कंपनियों पर 40,000 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं कि एमएसएमई क्षेत्र को उनका बकाया दिवाली से पहले मिल सके।