नई दिल्ली/भाषा। देश के सेवा क्षेत्र में रोजगार सृजित करने और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने की काफी क्षमता है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को यह बात कही। उन्होंने सुझाव दिया कि मंत्रालय, राज्य और उद्योग संगठन सीआईआई सभी मिलकर सरकार द्वारा पहचान किए गए 12 अग्रणी क्षेत्रों की वृद्धि को बढ़ाने के लिए कुछ प्रकार की नीतियों और अन्य उपायों पर काम कर सकते हैं।
सरकार ने जिन 12 अग्रणी क्षेत्रों की पहचान की है, उनमें लेखा, वित्त, मीडिया, मनोरंजन, सूचना प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, कानूनी, परिवहन और लॉजिस्टिक्स शामिल हैं। गोयल ने कहा, ‘मैंने एक सुझाव दिया है कि अगले 15-20 दिनों में, हम राज्यों के साथ कुछ प्रकार की नीतियों और प्रोत्साहन पर काम कर सकते हैं। ये नीतियां विभिन्न अग्रणी क्षेत्रों को बढ़ाने और बहुत तेजी से विस्तार करने में बड़े पैमाने पर मदद कर सकती हैं।‘ केंद्रीय मंत्री ने सेवा क्षेत्र पर वैश्विक प्रदर्शनी (जीईएस) 2019 के अनावरण कार्यक्रम में यह बात कही। यह प्रदर्शनी 26 से 28 नवंबर को बेंगलुरु में आयोजित होगी। मंत्रालय और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) इसका आयोजन करेंगे। उन्होंने कहा कि सेवा क्षेत्र में बहुत क्षमता है और यह भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है। गोयल ने ’स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर कहा कि बेशक कुछ लोग इस परियोजना को लेकर सरकार की आलोचना कर रहे हैं लेकिन इसमें आसपास के क्षेत्र में काफी आर्थिक गतिविधियां सृजित करने की क्षमता है। उन्होंने कहा, ‘मेरा अनुमान है कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से एक ऐसी व्यवस्था का निर्माण करेगा कि अगले चार-पांच साल में इस प्रतिमा से या इसके इर्द-गिर्द की चीजों से सालाना एक लाख करोड़ रुपये की आमदनी होगी।‘ प्रदर्शनी के बारे में जानकारी देते हुए वाणिज्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव दर्पण जैन ने कहा कि यह भारत में इन 12 क्षेत्रों में मौजूद अवसरों को प्रदर्शित करने का मंच देगा। जैन ने कहा, ‘यह स्टार्टअप और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) के लिए भी मंच प्रदान करेगा।’
सेवा क्षेत्र में काफी संभावनाएं : गोयल
सेवा क्षेत्र में काफी संभावनाएं : गोयल