नई दिल्ली/भाषा। देश को आठ प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने के लिए श्रम उत्पादकता को 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ाना होगा। इंडिया रेटिंग्स ने बृहस्पतिवार को यह बात कही। वित्त वर्ष 2018-19 में श्रम उत्पादकता वृद्धि 5.2 प्रतिशत पर रही।
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने बयान में कहा, भारत को अपनी श्रम उत्पादकता को 6.3 प्रतिशत की वृद्धि दर की रफ्तार से बढ़ाना होगा ताकि आठ प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर को हासिल किया जा सके। नौ प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर के लिए श्रम उत्पादकता को 7.3 प्रतिशत पर ले जाना होगा।
रेटिंग एजेंसी के मुताबिक, आर्थिक नरमी को देखते हुए निकट भविष्य में इसके हासिल होने की संभावना नहीं है। हालांकि, यह असंभव काम नहीं है।
एजेंसी ने कहा, श्रम उत्पादकता में वृद्धि के इस स्तर को पहले हासिल किया जा चुका है … अन्य देशों की तरह भारत की श्रम उत्पादकता वृद्धि में भी 2008 के वित्तीय संकट के बाद खासकर 2010-11 और 2014-15 में दबाव आया है।हालांकि, बाद में इसमें सुधार आया है और यह 2015-16 से 2018-19 के दौरान बढ़कर 5.8 प्रतिशत पर पहुंच गई।